रविवार को राष्ट्रीय जनता दल के नेता तेजस्वी यादव ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हम’ला करते हुए कहा कि दिल्ली की जनता ने अस’ली राष्ट्र’वाद अपना कर रास्ता दिखा दिया है और अब बिहार की जनता को भी नीतीश कुमार को सत्ता से हटा’ने के लिए यही तरी’का अपनाना चाहिए।
23 फरवरी को पटना में वि’शाल रैली के बाद शुरू हो रही अपनी ‘बेरोजगारी हटा’ओ यात्रा’ से पूर्व तेजस्वी यादव ने एक इंटरव्यू में कहा कि “बिहार में राजग सरकार के विभाजनकारी एजेंडे को हरा’ने का जिम्मा विप’क्ष पर है और उसे ‘दुर्जेय एवं एकजुट’ वि’कल्प देना चाहिए।”
यादव ने कहा कि जनता दल यूनाइटेड ने संसद में संशोधित नागरिकता कानून मं’ज़ूर कराने में भारतीय जनता पार्टी की मदद की, कुमार ने सिर्फ इतना कहा कि उनकी सरकार राज्य में एनआरसी ला’गू नहीं करेगी। साथ ही उन्होंने कहा, “नीतीश कुमार शा’तिर नेता हैं। उन्हें मालूम है कि भाजपा एक बार एनआरसी को कानून बनाती है तो वह उसे मानने के सिवा कुछ नहीं कर सकते हैं। तब वह फिर संवैधा’निक प्राव’धानों के आलोक में चिल्ला-चिल्लाकर अपनी असम’र्थता प्रद’र्शित करेंगे। उनकी पार्टी संसद में कैब पर मत विभाजन के दौरान फ’र्क ला सकती थी लेकिन वहां उन्होंने अपना असली सांप्रदायिक चरि’त्र दिखाया।”
नीतीश कुमार पर आरो’प लगते हुए तेजस्वी यादव ने कहा कि ” सीएए, एनपीआर और एनआरसी की पूरी कवायद राजनीतिक लाभ के लिए देश को धार्मिक आधा’र पर बां’टना और ध्रुवीकर’ण करना है और कुमार को अपना असली रंग दिखाने के लिए ‘धर्मनिरपेक्ष नकाब’ को उतार फें’कने में कोई हिचक नहीं है।”
दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी की शानदार जीत पर यादव ने कहा कि यह जीत पूरे देश को यह संदेश देती है कि यदि सरकार जरूरी सुवि’धाओं और सामाजिक एवं वित्तीय सुर’क्षा के लिए काम करती है तो ध्यान बंटाने का कोई भी प्रया’स सफल नहीं होता है।
उन्होंने यह भी कहा कि ‘‘नागरिकों का कल्या’ण असली राष्ट्रवाद है। लोगों को धार्मिक आधा’र पर बांटना राष्ट्र के लिए आपदा साबित हो रही है। युवा सड़कों पर ल’ड़ रहे हैं, भीड़ द्वारा ह’त्या की जा रही है, गा’लियां दी जा रही हैं। केंद्रीय मंत्री नागरिकों को उन लोगों के खि’लाफ हिं’सा के लिए भड़’का रहे हैं जो सरकार से सवाल कर रहे हैं।”