पंजशीर के आगे कमजोर पड़ा तालिबान, नॉर्दन अलायंस के साथ मिलकर…

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तालिबान ने भले ही अफगानिस्तान के कई बड़े शहरों और उसकी राजधानी पर कब्जा कर लिया है। लेकिन अभी अफगानिस्तान का एक प्रांत उनके कब्जे से बाहर है और खबर आई है कि उस प्रांत पर कब्जा करने में तालिबान पूरी तरह नाकाम रहा है। जिसके बाद अब इस प्रांत पर सुलह की बातचीत की जा रही है। बता दें कि ये प्रांत पंजशीर घाटी (Panjshir Valley) है। यहां कब्जा करने के लिए तालिबान ने अपनी पूरी कोशिश की लेकिन सफल न हो सका। तालिबान को पंजशीर घाटी को लेकर नॉर्दर्न अलायंस (Northern Alliance) की ओर से लगातार चुनौती मिल रही है।

बता दें कि अब तालिबान की सुलह के लिए नॉर्दर्न अलायंस से बातचीत हो गई है। इस बीच दोनों एक दूसरे पर हमला न करने पर सहमत हुए हैं। यानी अब तालिबान पंजशीर घाटी पर किसी भी तरह हमला नहीं कर सकता। जानकारों की मानें तो तालिबान की ओर इस प्रस्ताव के लिए मौलाना अमीर खान मुक्तई मुक्तई ने बातचीत की और इस बातचीत को उन्होंने अमन जिरगा का नाम दिया। वहीं, दूसरी ओर अफगानिस्तान के पूर्व कमांडर अहमद शाह मसूद के बेटे अहमद मसूद ने पंजशीर में नॉर्दर्न अलायंस की अगुवाई की।
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गौरतलब हैं कि इस बातचीत से पहले अहमद मसूद का एक बयान सामने आया था। जिसमें उन्होंने तालिबान के सामने सरेंडर न करने की बात कही थी। उन्होंने कहा था कि “मैं सरेंडर करने से अच्छा मरना पसंद करूंगा। मैं अहमद शाह मसूद का बेटा हूं। मेरी डिक्शनरी में सरेंडर जैसा शब्द ही नहीं है।” अफगानिस्तान पर तालिबान के काबिज होने के बाद बहुत से नागरिक देश छोड़ के भाग चुके हैं और अभी कई नागरिक हैं जो देश छोड़ना चाहते हैं।