देश में इन दिनों चुनावी माहौल गरमाने लगा है और एक बार फिर विधायकों का पार्टी छोड़कर दूसरी पार्टी में शामिल होने का सिलसिला शुरू हो गया है। हाल ही में इस सिलसिले का असर देखने मिला बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती पर जब राजस्थान में उनकी पार्टी के 6 विधायकों ने कांग्रेस में सदस्यता ले ली। हाल ही में ख़बरें आयीं कि राजस्थान में बहुजन समाज पार्टी के 6 विधायकों ने अपनी पार्टी छोड़कर कांग्रेस पार्टी में शामिल हो गए।
ग़ौरतलब है कि इन सभी विधायकों ने सोमवार को रात करीब 10:30 बजे विधानसभा पहुंचकर कांग्रेस पार्टी की सदस्यता ले ली| ये सभी नेता सदस्यता लेने से पहले ही पार्टी के बहार से कांग्रेस का समर्थन कर रहे थे| आख़िरकार उन्होंने कांग्रेस में जाने का निर्णय लिया। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि उन्होंने यह फ़ैसला राज्य के हित में लिया है| दरअसल हुआ यह कि सोमवार की रात को बसपा के 6 विधायकों ने राजस्थान की विधानसभा अध्यक्ष को एक पत्र सौंपकर जिसमे उन्होंने राजस्थान में पार्टी को कांग्रेस पार्टी में शामिल करने की बात लिखी थी| इस पत्र में बहुजन समाज पार्टी के विधायको ने लिखा है कि वे अपनी पार्टी का विलय कांग्रेस में कर रहे है|
इस पत्र के संदर्भ में विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी ने कहा कि बसपा के विधायक ने उनसे मुलाकात की और पार्टी में विलय के लिए उन्हें एक पत्र सौंपा है। कांग्रेस में आने वाले नेताओ में राजेन्द्र गुढा(विधायक, उदयपुरवाटी), जोगेंद्र सिंह अवाना (विधायक, नदबई), वाजिब अली( विधायक,नगर), लाखन सिंह मीणा ( विधायक, करोली), संदीप यादव( विधायक, तिजारा) और विधायक दीपचंद खेरिया, का नाम है| इससे कांग्रेस की पार्टी और मजबूत हो जाएगी| राजस्थान विधानसभा की 200 सीटो में 100 कांग्रेस के विधायक हैं| उनके सहयोगी पार्टी राष्ट्रीय लोकदल के पास एक विधायक है| राजस्थान में कांग्रेस सरकार 13 निर्दलीय विधायक में से 12 विधायको का बहार से समर्थन है और 2 सीट अभी खाली है|