महाराष्ट्र में राजनीतिक संक’ट में नया मोड़, NCP के दाँव ने फिर भाजपा को मुश्किल में डाला..

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मुंबई: महाराष्ट्र में इस समय राजनीतिक संकट में कई नए मोड़ आते जा रहे हैं. अजीत पवार के साथ क़रीब बीस विधायक हैं लेकिन एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार ने जब मीटिंग बुलाई तो लगभग सभी विधायक उनकी मीटिंग में आये. सिर्फ़ 5 विधायक इस मीटिंग में नहीं पहुँचे हैं जिसमें से एक अजीत पवार भी हैं. सबसे दिलचस्प बात ये है कि अजीत पवार के क़रीबी माने जाने वाले धनञ्जय मुंडे भी एनसीपी के विधायक दल की मीटिंग में आ गए हैं.

एनसीपी में अब ख़ुशी नज़र आ रही है और जब धनञ्जय मुंडे एनसीपी की मीटिंग में आये तब कार्यकर्ताओं ने ज़बरदस्त तालियाँ बजाईं. एनसीपी की वरिष्ठ नेता सुप्रिया सुले भी इसके बाद कुछ ख़ुश नज़र आयीं. इसके पहले सुबह महाराष्ट्र का सियासी संकट में आज हुए बड़े उलटफेर के बाद भाजपा के नेता देवेन्द्र फडनवीस ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. उनके साथ एनसीपी के वरिष्ठ नेता अजीत पवार दिखे जिन्होंने उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली. अजीत पवार के बारे में कहा जा रहा है कि 10 से 12 ही विधायक उनके साथ थे.

परन्तु एनसीपी की ओर से अजीत पवार को संदेशा भेजा गया है कि वो अपना इस्तीफ़ा दे दें और चूंकि उनके पास नंबर नहीं हैं इसलिए वो अब कोई अतिरिक्त कोशिश न करें. ख़बर है कि अजीत पवार के बेटे भी अजीत पवार के ख़िलाफ़ हैं. इसके पहले शिवसेना-एनसीपी की साझा कांफ्रेंस शुरू हो गई है. इस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए शरद पवार ने कहा कि अजीत पवार का फ़ैसला पार्टी लाइन के ख़िलाफ़ है. उन्होंने कहा कि कोई भी एनसीपी नेता या कार्यकर्ता एनसीपी-भाजपा की सरकार के समर्थन में नहीं है.

शरद पवार ने कहा कि कांग्रेस, शिवसेना, और एनसीपी साथ आकर सरकार बना सकते हैं और हमारे पास नंबर थे.उन्होंने कहा कि हमारे पास तो ऑफिशियल नंबर हैं- 44, 56, और 54 विधायक हैं और कई अन्य का समर्थन मिलाकर ये आँकड़ा 170 के पार जाता है. इस प्रेस वार्ता में एनसीपी के विधायक राज्नेद्र शिन्गाने ने एक बड़ा बयान दिया है. शिन्गाने पवार के साथ राज भवन गए थे. उन्होंने बताया कि अजीत पवार का फ़ोन मेरे पास आया कि कुछ डिस्कस करना है और वहाँ से मुझे राज भवन ले जाया गया और जब तक मुझे पता चलता शपथ ग्रहण हो गया था.. फिर मैं जल्दी से पवार साहब के पास गया और उनसे कहा कि मैं शरद पवार और एनसीपी के साथ हूँ.

पवार ने इसके अतिरिक्त कहा कि मुझे यक़ीन है कि राज्यपाल ने बहुमत सिद्ध करने का मौक़ा दिया है और वो बहुमत सिद्ध नहीं कर पाएँगे..उसके बाद हम तीनों पार्टी मिलकर सरकार बनायेंगे. पवार से जब पूछा गया कि क्या आप अपने विधायकों को बचाने के लिए उन्हें होटल वग़ैरा में ठहराएंगे तो उन्होंने कहा कि हमसे जो बन पड़ेगा सब करेंगे.पवार ने कहा कि एक नया लेजिस्लेटिव पार्टी नेता पार्टी चार बजे चुनेगी. शिवसेना के वरिष्ठ नेता उद्धव ठाकरे ने कहा कि पहले EVM का खेल चल रहा था और अब ये खेल चल रहा है.. आगे तो चुनाव की ज़रूरत ही नहीं है..सभी जानते हैं छत्रपति शिवाजी महाराज के साथ धोका हुआ है और उन्हें पीठ में छुरा घोंपा गया है. पवार ने कहा कि मेरी जानकारी के मुताबिक़ पवार के साथ 10-12 विधायक थे जिनमें से तीन तो अभी ही यहाँ खड़े हैं.