महाराष्ट्र की सियासत में हो रही उथल पुथल अब भी जारी है। आँकडें बदलने का दौर भी कल से ही जारी है। सभी की नज़रें सुप्रीम कोर्ट के फ़ैसले पर टिकी है, कुछ ही देर में सुप्रीम कोर्ट का फ़ैसला आते ही ये बात साबित हो जाएगी कि भाजपा को बहुमत साबित करने के लिए कितना समय मिलता है। वहीं NCP- कांग्रेस- शिवसेना ये दावा कर रहे हैं कि उनके पास पर्याप्त मात्रा में बहुमत है और वो जब चाहें सरकार बना सकते हैं। ये दावा भी है कि महाराष्ट्र में केवल NCP- कांग्रेस- शिवसेना की ही सरकार बनेगी।
कल सुबह सभी की नींद इस बात से खुली कि महाराष्ट्र में भाजपा ने अपनी सरकार बना ली है। देवेंद्र फडनवीस ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली थी। उनके साथ ही उप मुख्यमंत्री के रूप में नज़र आए अजीत पवार। इस ख़बर के आते ही ख़बरें फैलने लगीं कि शरद पवार ने शिवसेना को धोका दिया है और उन्होंने भाजपा के साथ मिलकर अपनी सरकार बना ली। लेकिन जल्द ही NCP प्रमुख शरद पवार ने अपना बयान जारी किया उन्होंने कहा कि “BJP को सम’र्थन करने का फ़ैसला NCP का नहीं है बल्कि अजित पवार का निजी फ़ैस’ला है। न हम उनका समर्थन करते हैं और न ही उनके साथ हैं।” उन्होंने उद्धव ठाकरे से कहा कि “अजित पवार ने पार्टी तो’ड़ दी।” इस बीच बड़ी ख़बर है कि शरद पवार की बेटी और एनसीपी की नेत्री सुप्रिया सुले ने अपने व्हाट्सएप स्टेटस पर लिखा कि “परिवार और पा’र्टी टू’ट गई।”
इसके बाद शिवसेना के वरिष्ठ नेता संजय राउत ने भी अपना बयान जारी करते हुए कहा कि “अजित पवार कल रात नौ बजे तक हमारे साथ बैठे थे और फिर अचानक वो निकल गए। उनकी बॉडी लेंगवेज सही नहीं लगी। उसके बाद से उनका फ़ोन बंद आ रहा था। जैसे कोई इंसान पाप करने जाता है वैसे ही वो किसी से नज़रें नहीं मिला रहे थे। अं’धेरे में पा’प, चो’री, ड’कैती और व्य’भिचार होता है, जिस तरह से अं’धेरे में शप’थ दिलायी गयी वो छत्रपति शिवा’जी महाराज के महाराष्ट्र में ऐसा नहीं हो सकता था। भाजपा सत्ता के लिए कुछ भी कर सकती है। अजित पवार ने जो धो’का किया है उसके लिए उन्हें महाराष्ट्र की ज’नता कभी मा’फ़ नहीं करेगी, वो ज़िंदगी भर त’ड़पते रहेंगे।” उन्होंने आगे कहा कि “स’त्ता, पैसा और मस्ती के दम पर भाजपा ने ये खेल खेला। देवेंद्र फडनवीस की कोई ग़ल’ती नहीं कहूँगा क्योंकि भाजपा सत्ता के लिए कुछ भी करने को तैयार है लेकिन छत्रपति शिवाजी महाराज की जनता को अजित पवार ने धो’का दिया है। शरद पवार का इससे कोई लेना देना नहीं है वो लगातार हमसे सम्पर्क में बने हुए हैं”
इसके बाद शरद पवार ने NCP विधायकों की एक मीटिंग बुलाई जिसमें कुछ को छोड़कर क़रीब- क़रीब सारे विधायक उपस्थित हुए यही नहीं अजीत पवार के बेटे भी इस मीटिंग में आए। सुबह से ही NCP विधायकों का पार्टी में लौटने का सिलसिला जारी है जिसके बाद से अजीत पवार के अलग- थलग पड़ जाने की बात सामने आयी है। वहीं ये बातें भी सामने आ रही हैं कि अब भी शरद पवार की ओर से अजीत पवार को समझाने की कोशिश की जा रही है।