उत्तर प्रदेश सरकार के आदेशानुसार यूपी पुलिस द्वारा यूपी और एमपी के बॉर्डर पर रक्सा बॉर्डर से झाँसी में निज़ी वाहनों के प्रवेश पर बैरियर लगा दिया है।ऐसे में भारी सँख्या में निजी वाहनों ओर सवार प्रवासी मज़दूर विरोध पर उतर आए और जमकर हंगामा हुआ। रक्षा बॉर्डर पर लगातार पांचवें दिन महाराष्ट्र, एमपी, गुजरात से भारी संख्या में मजदूर वापस आ रहे हैं।
दरअसल,सीएम योगी आदित्यनाथ ने बीते दिनों सड़क हादसों में प्रवासी मज़दूरों की भारी संख्या में मौ:त होने से प्रदेश ने यह आदेश दिया कि, एक भी श्रमिक पैदल या किसी वाहन में छुपकर या निजी वाहन से यूपी में प्रवेश करेगा तो बॉर्डर के थाने के थानेदार इसके लिए जिम्मेदार होंगे।यहाँ तक की पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिया है कि जो भी श्रमिक आ रहे हैं, उन्हें बार्डर पर विवरण लेते हुए भोजन-पानी की व्यवस्था की जाए।उनकी स्क्रीनिंग की जाए।उन्हें सुरक्षित और सम्मानजनक तरीके से घर पहुंचाया जाए।निर्देश पर प्रत्येक बार्डर पर 200 बसें लगाई गई हैं।सभी बार्डर के जनपदों में अतिरिक्त व्यवस्था की गई है।आदेश का पालन कराने के लिए पुलिस ने रक्सा बॉर्डर पर बैरिकेडिंग कर रखी है।जिनमे से प्रवासी मजदूर अपने प्राइवेट वाहनों से नहीं उतरने की जिद पर अड़ गए हैं,जिसके चलते बॉर्डर पर 20 किलोमीटर लम्बा जाम लग गया है।
बता दें कि,बीती रात भूखे-प्यासे प्रवासी मजदूरों ने हंगामा करना शुरू कर दिया है।बढ़ते हंगामे को देख बॉर्डर पर कई कम्पनी पीएसी बुला ली गई है।यहाँ तक की प्रवासी मजदूर रोडवेज की बसों में बैठने को तैयार नहीं हो रहे थे। और उनका हंगामा इस कदर बढ़ गया कि आईजी, कमिश्नर, डीएम और एसएसपी रक्सा बॉर्डर पर पहुंच गए हैं। सूत्रों के अनुसारउग्र भीड़ को शांत करने के लिए पुलिस ने हल्का बल प्रयोग करते हुए प्रदर्शनकारियों पर लाठी भी चार्ज किया।