पश्चिमी एशिया में एक बहुत ही बड़ी घ’टना हुई है. अमरीका ने ईरान की क़ुद्स से’ना बल के टॉप जनरल क़ासिम सुलेमानी की ह’त्या कर दी है. अमरीका ने ईराक़ की राजधानी बग़दाद में एक ऑपरेशन को अं’जाम दिया जिसमें ईरान की क़ुद्स से’ना के चीफ़ क़ासिम सुलेमानी और अन्य लोगों की मौ’त हो गई. अमरीका ने हथि’यारबंद ड्रोन से ये ह’मला किया था. ये ह’मला बग़दाद अन्तराष्ट्रीय हवाई अड्डे के बाहर हुआ.
सुलेमानी की मौ’त की ख़बर आते ही ईरान ने कहा है कि वो अमरीका की इस कार्यवाई का बदला लेगा. अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने सुलेमानी को मारने के लिए इस ऑपरेशन को अनुमति दी थी. सुलेमानी की ह’त्या के बाद पूरी दुनिया पर नए यु’द्ध के बादल छा गए हैं. अमरीका ये कहने में लगा है कि ये स्ट्रा’इक उसने इसलिए की क्यूंकि सुलेमानी पश्चिम एशिया में अमरीकी लोगों को नि’शाना बनाने का प्लान बना रहे थे.
वहीँ ईरान ने इसे आतं’क की कार्य’वाई बताया है. ईरानी सुप्रीम लीडर आयतुल्ला अली ख़ुमैनी ने कहा है कि अमरीका की इस आ’तंकी का’र्यवाई का पुरज़ोर जवाब दिया जाएगा. ईरान के विदेश मंत्री जावेद ज़रीफ़ ने इसे स्टेट टेर’रिज्म बताया. अमरीका ने इस ऑपरेशन के कामयाब होने के तुरंत बाद अपने नागरिकों से ईराक़ फ़ौरन छोड़ने के बारे में नोटिस जारी किया.
ईरान ने इसके बाद स्विस एम्बेसी को तलब किया. ईरान में अमरीका के इंटरेस्ट स्विस एम्बेसी ही देखती है क्यूँकी ईरान और अमरीका के बीच डिप्लोमेटिक सम्बन्ध नहीं हैं. जर्मनी, फ़्रांस, ब्रिटेन जैसे देशों ने बयान देकर कहा कि ईरान और अमरीका संयम रक्खें और स्थिति को और न बिगड़ने दें. दूसरी ओर इज़राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतान्याहू ने अपनी ग्रीस यात्रा को कैंसल कर दिया है. भारत ने भी दोनों पक्षों से संयम बरतने के लिए कहा है.