कोरोनावायरस के कारण देश की अर्थव्यवस्था को काफी भारी नुक़सान पहुंचा। जिसके बाद अब सरकार अर्थव्यवस्था के सुधार के लिए कई बड़े कदम उठा रही है। इस महामारी में लगे लॉक डाउन के कारण लोगों का काफी नुक़सान हुआ। जिसके चलते सरकार ने उनके हित में फैसले लिए और ‘पीएम स्ट्रीट वेंडर स्वनिधि’ (PM Street Vendor Swanidhi) की घोषणा की। जिसके बारे में बताते हुए पीएम मोदी ने एक वर्चुअल मुलाक़ात के जरिए मंगलवार के दिन बनारस, आगरा और लखनऊ के रेहड़ी वालों (Vendors) से रूबरू हुए।
इस वर्चुअल मुलाक़ात के जरिए पीएम मोदी ने बहुत ही मजाकिया अंदाज में वेंडर्स से बातचीत की। उन्होंने बताया कि इस बार साकार अपनी योजना के चलते रेहड़ी-पटरी वालों को 10 हजार रुपये तक का कर्ज दे रही है। वेंडर्स से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि “आपका बिजनेस कैसा चल रहा है? यह लोन लेने के लिए आपको कितने अधिकारियों के पास जाना पड़ा? अब आप रोज कितना कमा रहे हैं? हालांकि, मुझे यह सवाल नहीं पूछना चाहिए, मैं कोई आयकर अधिकारी नहीं हूं।”
जिसके बाद एक मोमोज वाले से बात करते हुए उन्होंने कहा कि “मैंने सुना है वाराणसी में मोमोज काफी लोकप्रिय हो गए हैं, लेकिन मुझे किसी ने नहीं खिलाए।” उन्होंने कहा कि “लॉकडाउन के दौरान हमारे वेंडर भाई-बहनों ने बहुत कुछ सहा है। अब उन्हें मजबूत करना हमारी जिम्मेदारी है। एक समय था जब सैलरी वाले लोगों को भी लोन लेने के लिए भटकना पड़ता था। गरीब लोगों के पास बैंक जाने तक की हिम्मत नहीं थी। अब बैंक उनके पास आ रहा है। यह सब बैंक के अथक प्रयासों के बिना पूरा नहीं हो सकता था।”