देश में राजनीति इतनी बढ़ चुकी है कि अब हर मुद्दे को राजनीति की नजर से देखा जा रहा है। ऐसे में विधायक और नेता भी अपनी पार्टी को छोड़ अब उसी की बुराई कर रहे हैं। ऐसा ही एक मुद्दा अभी सामने आया है। हाल ही में चल रहे किसान बिल के मुद्दे पर विपक्षियों का लगातार सरकार पर हमला हो रहा है। ऐसे में शिरोमणि अकाली दल जो के कुछ समय पहले तक बीजेपी में शामिल थी आज मोदी सरकार के फैसलों के खिलाफ है। बता दें कि आज राज्यसभा में शिरोमणि अकाली दल ने किसान बिल को लेकर मोदी सरकार को चेतावनी दी है।
खबर के मुताबिक इस बिल के मुद्दे पर मोदी सरकार का विरोध करते हुए पार्टी के सांसद नरेश गुजराल ने बोला कि “सबसे पहले बिल को सेलेक्ट कमेटी भेजा जाना चाहिए और हितधारकों का फैसला भी जाना जाए।” साथ ही उन्होंने मोदी सरकार को चेतावनी भी दी। उन्होंने कहा कि “किसानों को कमजोर समझने की भूल सरकार न करे।” वहीं खबर ये भी है कि इससे पहले भी पार्टी ने मोदी सरकार से अपील की थी। उन्होंने कहा था कि मानसून सत्र में इस बिल को पास ना किया जाए और किसानों की भलाई को देखते हुए उनका भी पक्ष जान लिया जाए। लेकिन सरकार ने उनकी बात नहीं सुनी।
किसानों को डर है कि नए नियमों के लागू होने से उनको भारी नुक़सान उठाना पड़ेगा और उन्हें उनकी मेहनत का सही मूल्य नहीं मिल सकेगा। वहीं लॉकडाउन से पहले अकाली दल ने सरकार द्वारा लाए आर्डिनेंस का पूरा समर्थन किया था। लेकिन पंजाब में किसानों का आंदोलन बढ़ने से इन्हें गलती का एहसास हुआ। जिसके बाद अब वह संसद में इस बिल का विरोध करते दिखाई दे रहे हैं।