कोरो’ना संक’ट के चलते देश में कोरो’ना संक्रमि’त लोगों की तादाद में रोज़ इज़ाफ़ा होता जा रहा है और पूरे देश में कोरो’ना संक्र’मण के कुल मामले बढ़ कर 18 लाख से अधिक हो गए हैं। वहीं कोरो’ना से ठीक होने वाले लोगों की संख्या 11 लाख 86 हज़ार से अधिक है। जो कि एक राहत देनी वाली बात है। कोरो’ना का शिका’र हो कर म’रने वाले लोगों की तादाद में भी रोज़ इज़ाफ़ा होता जा रहा है। म’रने वालों की तादाद बढ़ कर 38 हज़ार से अधिक हो चुकी है जो कि एक चिं’ता का विशय बनी हुई है।
वही अगर बात देश के राज्य बिहार की करी जाए तो वहां कोरो’ना संक्र’मित लोगों की संख्या बढ़ कर 50 हज़ार से भी अधिक हो गयी है। कोरो’ना वाय’रस से ठीक होने वाले लोगों की संख्या 33 हज़ार से अधिक है। वहीं कोरो’ना वाय’रस के कारण 298 लोगों की जान भी यहां जा चुकी है। जिसके चलते बिहार सरकार अहम फैसले ले रही है। जिसके चलते आज बिहार विधान मंडल के दोनो सदनों का एक दिन का विशेष सत्र बुलाया गया है। ऐसा पहली बार हुआ है कि ये सत्र बिहार विधानसभा के पुराने भवन बुलाने के बजाए ज्ञान भवन में आयोजित किया गया है। ऐसा करने पीछे कारण ये है कि यहां सोशल डिसटेनसिंग का पालन सही तरीके से हो सके।
वर्तमान विधानसभा का ये आख़िरी सत्र है। अध्यक्ष द्वारा इस बात की पूरी कोशिश की जाएगी कि बार में ही सारे विधायी कामों को ख़’त्म कर लिया जाए और इस बात की भी उम्मीद की जा रही है कि बा’ढ़ और कोरो’ना पर विशेष बहस भी हो सकती है। बिहार में इस समय विधानसभा चुनाव की तैयारियां भी चल रही हैं। वहीं बीजेपी-जेडीयू- एलजीपी गठबंधन द्वारा नीतीश कुमार की अगुवाई में डिजिटल प्रचार की तैयारी कर ली गई हैं। वहीं चुना’व आयोग से विधानसभा चुना’व टालने की अपील आरजेडी-वामदल और कई पार्टियां द्वारा की गई है। वि’पक्षी दल द्वारा कहा जा रहा है कि, कोरो’ना संक्र’मण में चुना’व कराना ठीक नहीं है। इसके पीछे की वजह ये भी बताई जा रही है कि, कहीं न कहीं वि’पक्ष का लगता है कि डिजिटल प्रचार में एनडीए से पार आसान नहीं होगा।