बाज़ार में तय किए गए रेट से अधिक मू’ल्य पर सामान बेचने के कार’ण हो सकती है एफआईआर…

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वि’श्व भर में घो’षित महामा’री कोरोना वाय’रस से लड़ने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवा’र को पूरे देश में लॉकडाउन के दिया है। लॉकडाउन के कार’ण पूरा देश बंद है, सरकार ने सिर्फ रोजमर्रा और खाने-पीने के सामान की दुकानें खोलने की इजाज़त दी है। जिसके कार’ण सरकार को अधिक मूल्य पर सामान बेचने की शिकायतें मिल रही हैं। जिसे देखते हुए उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्रालय ने सभी खाद्य सामग्रियों के रेट तय कर दिए हैं। साथ ही कहा है कि अगर कोई व्यक्ति तय की गई राशि से अधिक मूल्य पर सामान बेचने वालों के खि’लाफ एफआईआर दर्ज की जा सकती है। मंत्रालय ने सभी राज्यों को इस रेट लिस्ट को जारी करने की सलाह भी दी है। बुधवा’र को उत्तर प्रदेश में भी ऐसी ही लिस्ट जारी की गई है।

साथ ही यह भी कहा गया है कि जिन जिन राज्यों में यह रेट लिस्ट अभी तक जारी नहीं की गई है तो उन राज्यों के रहने वाले उपभोक्ता मामले के साथ खाद्य और सार्वजनिक वितर’ण मंत्रालय की बेवसाइट पर जाकर मूल्य निगरानी विभाग के ऑप्शन में यह रेट लिस्ट देख सकते हैं। इस बेवसाइट पर सामान की राशि तय कि गई है और बताया है कि अगले एक हफ्ते तक चावल 30 रुपये किलो और पांच किलोग्राम आटे के पैकेट का रेट 160 रुपये होगा। लेकिन कंपनी के साथ साथ इन दामों में ऊंच नीच हो सकती है। चीनी 38 रुपए किलो और तेल का दाम 115 रुपए बताया गया है।

बाज़ार में काला’बाजारी के चलते सरकार ने यह रेट लिस्ट जारी की है और एक कीमत तय की है और साथ ही चेता’वनी भी दी है कि अगर इस धनराशि से ज़्यादा पर सामान बेचने वालों के खि’लाफ एफआईआर की जा सकती है। बता दें कि उत्तर प्रदेश के कई शहरों में यह रेट लिस्ट जारी कर दी गई हैं। इस लिस्ट में 23 तरह के सामान की राशि तय की गई है जिसमें आटा, दाल-चावल, तेल, चीनी, फल और सब्जियां शामिल हैं। नवाबों के शहर लखनऊ में इस लिस्ट के साथ साथ यह भी बताया गया है कि किस इलाके में किस स्टोर से यह सामान मिल सकता है।