उत्तराखंड की सड़कों पर गड्ढे ही गड्ढे ही नजर आते हैं। सीएम धामी कई बार अधिकारियों को सभी सड़कों को गड्ढा मुक्त करने के निर्देश दे चुके हैं। लेकिन, स्थिति अब भी जस की तस है। आज मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने एक बार फिर अधिकारियों को कड़ी फटकार लगाई। उन्होंने कहा कि सड़कें जल्द गड्ढा मुक्त हो जानी चाहिए। फटकार इससे पहले भी लगाई थी। सवाल यह है कि आखिर सरकार की फटकार का असर क्यों नहीं होता?
आज सीएम को भी पता चल गया कि सड़कों पर गड्ढे हैं। वरना अधिकारी तो कागजों में सड़कों को चमका चुके हैं। खटीमा से हल्द्वानी आते वक्त सीएम धामी की कार ने गड्ढों में हिचकोले खाए। हल्द्वानी पहुंचते ही उन्होंने अधिकारियों को कहा है कि अगली बार अब सड़क पर गड्ढा मिला तो सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।
सरकार में लोक निर्माण विभाग मंत्री सतपाल महाराज हैं। महाराज चुप्पी साधे हुए हैं। अब तक उनका कोई एक्शन इस मामले में सामने नहीं आया है। लोगों का कहना है कि मंत्री और अधिकारी लग्जरी गाड़ियों में चलते हैं। इसलिए उनको झटकों पता भी नहीं चलता है। यही कारण है कि उनको फर्क भी नहीं पड़ता है।
प्रदेश के पहाड़ी जिलों की बात तो दूर राजधानी देहरादून में भी सड़कों की हालत बेहद खराब है। सीएम के निर्देश के बाद भी अधिकारी सड़क के गड्ढों को भरते नजर नहीं आ रहे हैं। अब इस मामले में सीएम धामी ने सख्ती दिखाई है। देखना होगा कि उनके निर्देशों का कितना असर होता है।