बच्चे छुपाने के चक्कर में गई इस मेयर की कुर्सी

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बिहार : छपरा की मेयर राखी गुप्ता चर्चित चेहरा हैं. जो पहले चुनाव जीतने की बाद चर्चा में आई थी औउर अब पदमुक्त किये जाने का बाद फिर से चर्चा में. निर्वाचन आयोग को बच्चों के बावत गलत जानकरी देने की बात साबित होने के बाद उन्हें मेयर पद से बर्खास्त कर दिया गया है. गुरुवार को राज्य निर्वाचन आयोग ने राखी गुप्ता के तीन बच्चे होने की बात साबित होन के बाद उन्हें बर्खास्त कर दिया है. साथ ही चुनावी हलफनामे में गलत जानकारी देने के लिए राखी गुप्ता के खिलाफ नगरपालिका एक्ट 2007 के तहत कार्रवाई सुनिश्चित करने का आदेश दिया है. राखी गुप्ता ने पिछले साल दिसंबर में हुए नगर निगम चुनाव में मेयर का चुनाव जीता था.

राखी गुप्ता के तीन बच्चे हैं. एक बच्चे को उन्होंने जन्म के बाद लिखित तौर अपने एक निःसंतान रिश्तेदार को दिया था. लेकिन चुनाव आयोग के नियम हैं बच्चों को गोद देने के बाद भी वह उस बच्चे के जैविक मां-बाप माने जाएंगे. छपरा मेयर के तीन बच्चों के बारे में जानकारी, रजिस्ट्री ऑफिस से मिले कागजात से साबित हुआ है. कागजात में राखी गु्प्ता के तीन संतान दो बेटी श्रीयांशी प्रकाश, शिवंशी प्रकाश और एक बेटा श्रीश प्रकाश के बारे में जानकारी सामने आई है.

बिना किसी राजनीतिक पृष्ठभूमि के पहली बार में चुनाव लड़कर मेयर बनने वाली राखी गुप्ता मॉडल भी रह चुकी हैं. 2021 में i-glam मिसेज बिहार 2021 में वह दूसरे स्थान पर रहीं थी. राखी ने लखनऊ यूनिवर्सिटी से एमबीए भी किया है. राखी गुप्ता के परिवार में दूर-दूर तक कोई राजनीत में नहीं था. कोरोना काल के दौरान स्वर्ण व्यवसायी पति वरुण प्रकाश ने लोगों की बढ़-चढ़ कर मदद की थी इसके बाद से वह राजनीति में सक्रिय हुए थे.

राखी गुप्ता के पति BJP में व्यवसायिक प्रकोष्ठ के संयोजक हैं. राखी गुप्ता का मायका पटना के प्रसिद्ध अलंकार परिवार में है. मेयर बनने से पहले राखी गुप्ता अपने पति के स्वर्ण व्यवसाय में हाथ बंटाती थी. छपरा मेयर चुनाव में बीजेपी समर्थित राखी गुप्ता ने राजनीति में धमाकेदार एंट्री की और 17389 वोटों से चुनाव जीता था. मेयर चुनाव में इतने बड़े वोटों के अंतर से जीत को बड़ी जीत माना जाता है. उन्होंने रफी इकबाल को शिकस्त दी थी. लेकिन अब गलत जानकारी देने की वजह से उन्हें पद से हटा दिया गया है.