सियासत बहुत ताक़तवर होती है, जिसके पैरों तले कई बार कई मासूम ज़िन्दगियों की बर्बादी की दास्तान लिखी जाती है। लेकिन बहुत से ऐसे क़िरदार होते हैं, जो इसे अपनी बदनसीबी समझ कर चुपचाप ग़लत बात को सहते नहीं, बल्कि ग़लत के ख़िलाफ़ अपनी आवाज़ बुलंद करते हैं। ऐसे ही एक मामले में एक रेप पीड़िता ने मंत्री कुलदीप सेंगर के ख़िलाफ़ अपनी आवाज़ उठाई। और अभी भी अपनी लड़ाई बहादुरी से लड़ रही है। और अब एक और लड़की ने एक मंत्री के ख़िलाफ़ रेप का मामला उठाया है। जो रोज़ मीडिया में सुर्खियां बटोर रहा है। आइये जान लेते हैं क्या है पूरा मामला।
यूपी के शाहजहांपुर के स्वामी सुखदेवानंद विधि महाविद्यालय में एल एल एम करने वाली एक छात्रा ने 24 अगस्त को एक वीडियो पोस्ट करते हुए कहा कि एक सन्यासी ने कई लड़कियों की ज़िंदगी बर्बाद की है और उसे और उसके परिवार को इस सन्यासी से जान का ख़तरा है और जब लड़की के पिता ने आरोपी सन्यासी के ख़िलाफ़ रेप और शारीरिक शोषण की रिपोर्ट दर्ज करानी चाहिए,तो पुलिस ने केस दर्ज नहीं किया।
यह सन्यासी और कोई नहीं स्वामी चिन्मयानंद है। जिसके ऊपर एक छात्रा ने रेप का आरोप लगाया है। अब इस मामले में सुप्रीम कोर्ट ने कार्यवाही करते हुए एसआईटी का गठन किया है। और रेप पीड़िता छात्रा को न्याय दिलाने का भरोसा दिया है। इसी के तहत शुक्रवार को एसआईटी छात्रा से चिन्मयानंद का आमना-सामना कराने के लिए छात्रा को चिन्मयानंद के घर भी लेकर गई थी।
इससे पहले गुरुवार को एसआईटी ने चिन्मयानंद से पुलिस लाइन में 7 घंटे तक कड़ी पूछताछ भी की। उनसे रेप पीड़ित छात्रा और उसके परिवार द्वारा लगाए गए आरोपों से संबंधित सारी जानकारी ली गई। और इसके साथ चिन्मयानंद से उनकेऊपर लगाए गए यौन शोषण के आरोपों, मालिश कराते हुए वायरल वीडियो और 5 करोड़ की रंगदारी मांगने के आरोपों से जुड़े कई सवाल पूछे गए। इससे पहले एसआईटी ने छात्रा की मेडिकल जांच भी करवाई थी। चिन्मयानंद पर लगे आरोपों के बारे में रेप पीड़ित छात्रा के एक दोस्त का कहना है कि उसके पास चिन्मयानंद के ख़िलाफ़ कुछ वीडियो सबूत के तौर पर रखे हुए हैं जिन्हें कोर्ट में पेश किया जाएगा।