पाकिस्तान के हुक्मरानों ने अपना असली रंग दिखा ही दिया। दहशतगर्दी को मदद देने की उनकी करतूतें दुनिया को सुनाई ना दें, इसके लिए उन्होंने ऐसा तरीका अपनाया जिसे अंतरराष्ट्रीय शिष्टाचार का उल्लंघन माना जाएगा। गृह मंत्री राजनाथ सिंह दक्षिण एशिया क्षेत्रीय सहयोग संगठन (सार्क) के गृह मंत्रियों के सम्मेलन में भाग लेने इस्लामाबाद गए थे। मगर राजनाथ सिंह के भाषण को मीडिया कवरेज से रोक दिया गया।
खबरों के मुताबिक राजनाथ सिंह से हाथ मिलाने से पाकिस्तान के गृह मंत्री चौधरी निसार अली खान बचते रहे। यह शायद पहला मौका है, जब पाकिस्तान ने किसी भारतीय नेता की व्यक्तिगत तौर पर ऐसी अनदेखी की हो। इसे असभ्यता के अलावा और क्या कहा जाएगा! इस पर राजनाथ सिंह का खफा होना वाजिब ही था। शायद इसीलिए वे सम्मेलन स्थल पर मेजबान द्वारा आयोजित भोज में शामिल नहीं हुए। पाकिस्तान के इस सलूक से हर भारतीय की भावनाएं आहत हुई हैं। पाकिस्तान को इसका भरपूर जवाब दिया जाना चाहिए।
दरअसल, अब जरूरी हो गया है कि पाकिस्तान से संबंध व संपर्क रखने की अपनी नीति पर भारत सरकार पुनर्विचार करे। इस घटना से यह भी साफ हुआ है कि पाकिस्तान सार्क जैसी बहुपक्षीय बैठकों का मेजबान बनने योग्य नहीं है। बहुपक्षीय बैठकों का अलग संदर्भ होता है। यह तय करना मेजबान की जिम्मेदारी होती है कि किसी देश से उसके द्विपक्षीय तनाव का असर ऐसी बैठकों पर ना पड़े। अगर टीवी चैनलों ने वहां आए पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के भाषण का प्रसारण किया, तो अपेक्षित और तार्किक था कि उन्हें सभी नेताओं के भाषण को दिखाने की अनुमति मिलती। किंतु पाकिस्तान ने इस मूलभूत मर्यादा का उल्लंघन किया।
इसी वर्ष पाकिस्तान में सार्क शिखर सम्मेलन होने वाला है। जाहिर है, इस घटना के बाद उसमें भाग लेने के सवाल पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दुविधा बढ़ जाएगी। बहरहाल, राजनाथ सिंह की तारीफ होनी चाहिए कि ऐसे प्रतिकूल माहौल में भी पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब देने में उन्होंने कोई हिचक नहीं दिखाई। दो-टूक कहा कि आतंकवादियों को शहीद बताकर उनका महिमामंडन नहीं किया जाना चाहिए। उल्लेखनीय है कि कुछ दिन पहले नवाज शरीफ ने कश्मीर में सुरक्षा बलों के हाथों मारे गए हिज्बुल मुजाहिदीन के दहशतगर्द बुरहान वानी को शहीद बताया था।
सार्क बैठक के एजेंडे में आतंकवाद भी एक मुद्दा है। अत: पाकिस्तानी नेताओं को अंदाजा था कि उनकी सीमापार आतंकवाद प्रायोजित करने की नीति पर राजनाथ अपनी बात रखेंगे। तो उन्होंने उनके भाषण का प्रसारण रोक दिया। लेकिन ऐसा करके उन्होंने अपने अपराधबोध का ही परिचय दिया। न सिर्फ सार्क देश, बल्कि पूरी दुनिया इसे इसी रूप में देखेगी। पाकिस्तान अब और ज्यादा बेपर्दा हो गया है।
पाकिस्तान की निकृष्टता
टीम इंडिया की जीत में रोड़ा बने चेज, शानदार शतक से ड्रॉ कराया दूसरा टेस्ट
अपने दूसरे ही टेस्ट में रोस्टन चेज के शतक की बदौलत वेस्टइंडीज ने भारत के खिलाफ दूसरे क्रिकेट टेस्ट के पांचवें और अंतिम दिन जोरदार वापसी करते हुए मैच ड्रॉ करवा लिया. दूसरी पारी में वेस्टइंडीज ने 6 विकेट पर 388 रन बनाकर मैच ड्रॉ करा बड़ी सफलता हासिल की. चेज 137 और कप्तान जेस होल्डर 64 रन बनाकर नाबाद लौटे.
पहली पारी में 304 रन से पिछड़ने वाली वेस्टइंडीज पर पांचवे दिन हार का खतरा मंडरा रहा था. आखिरी दिन जब वेस्टइंडीज खेलने उतरा तब उसका स्कोर 48 रन पर 4 विकेट था, लेकिन जब पांचवे दिन मैच ड्रा पर खत्म हुआ तो उसका स्कोर 6 विकेट पर 388 रन था. मैच के आखिरी दिन शानदार बल्लेबाजी के दम मेजबान टीम ने हार हुए मैच को ड्रॉ में बदल दिया. अब तक शानदार प्रदर्शन करने वाले भारतीय गेंदबाज आखिरी दिन बेअसर दिखे. दिनभर के खेल में वे सिर्फ दो विकेट ले सके और भारत को मिलने वाली आसान जीत नहीं दिला सके.
अपने दूसरे मैच में पांच विकेट और शतक जड़ने की उपलब्धि हासिल करने वाले चेज ने 269 गेंदों का सामना करते हुए 15 चौके और एक छक्का जड़ा. गैरी सोबर्स के लगभग 50 साल पहले किसी टेस्ट में पांच विकेट और शतक जड़ने के बाद चेज वेस्टइंडीज के पहले खिलाड़ी हैं जिन्होंने यह उपलब्धि हासिल की है. चेज ने इससे पहले जर्मेन ब्लैकवुड (63) के साथ पांचवें विकेट के लिए 93 और शेन डाउरिच (74) के साथ छठे विकेट के लिए 144 रन की साझेदारी उस समय की जब वेस्टइंडीज की टीम 48 रन पर चार विकेट गंवाने के बाद संकट में थी और उस पर पारी की हार का खतरा मंडरा रहा था.
भारत की ओर से मोहम्मद शमी (82 रन पर दो विकेट) और अमित मिश्रा (90 रन पर दो विकेट) ने दो-दो विकेट चटकाए हैं जबकि इशांत शर्मा (56 रन पर एक विकेट) और रविचंद्रन अश्विन (114 रन पर एक विकेट) को एक-एक विकेट मिला.
'अंगुरी भाभी' लगाएंगी इस बॉलीवुड एक्टर के साथ ठुमके,
‘अंगुरी भाभी’ के फैन्स के लिये एक खुश खबरी है। ‘भाभी जी घर पर हैं’ से मशहूर हुई शिल्पा शिंदे जल्द ही ऋषि कपूर के साथ एक आइटम नंबर करने वाली हैं।
जी हां, आपने सही पढ़ा, शिल्पा को ‘अंगुरी’ का रोल छोड़ने के बाद टीवी इंडस्ट्री से बैन सहना पड़ा था, लेकिन लगता है अब ‘मराठी मुलगी’ एक्शन में आ गई हैं। वेब सीरीज ‘कॉन्ट्रोवर्शियल भाभी’ से वापसी के साथ वो अब फिल्म ‘पटेल की शादी’ में कैमियो करने वाली हैं।
शिल्पा शिंदे ने हाल ही में उनके पसंदीदा ‘चींटु जी’ यानी ऋषि कपूर के साथ ‘आइटम नंबर’ शूट किया है। कनिका कपूर द्वारा गाये इस गाने को गणेश आचार्य कोरियोग्राफ कर रहे हैं।
संजय छैल द्वारा निर्देशित इस फिल्म में ऋषि कपूर के अलावा परेश रावल और वीर दास भी हैं। इस गाने को ग्रेड लेवल पर जल्द ही मुंबई में लॉन्च किया जायेगा। ‘पटेल की शादी’ के मेन हाइलाइट ऋषि कपूर और परेश रावल हैं क्योंकि इससे पहले ये दोनों कभी साथ में नजर नहीं आये हैं।
फिल्म की कहानी ‘2 स्टेट्स’ से संबाधित है। फिल्म में ऋषि कपूर एक ‘पंजाबी पिता’ और परेश रावल ‘गुजराती पिता’ के किरदार में नज़र आएंगे। फिल्म में दोनों के बच्चे वीर दास और साउथ इंडियन एक्ट्रेस पायल घोष को प्यार हो जाता है और दोनों एक दूसरे के परिवार को मिलवाते हैं। उसके आगे की कॉमेडी ही फिल्म का प्लॉट है।
2016 में शिल्पा खूब कॉन्ट्रोवर्सी में रहीं है। शो के निर्माता के साथ अनबन होने की वजह से उन्होंने ‘भाभी जी घर पर हैं’ बीच में छोड़ दिया था। उसके बाद वो वेब सीरीज की श्रेणी में चली गई और आज कल वो अपनी वेब सीरीज को प्रमोट करने में व्यस्थ हैं।
शिल्पा ने बॉलीवुड में अपने करियर की शुरुआत एक फ्लॉप फिल्म ‘ले चल मुझे संग’ से की लेकिन उसके बाद ‘भाभीजी घर पर हैं’ से उन्हें खूब लोकप्रियता मिली। अब देखना ये है कि क्या उनका ये आइटम नंबर उनके करियर को आगे बढ़ाएगा या नहीं। फिल्म इसी साल रिलीज होने वाली है।
शाहरुख के साथ एक बार फिर रोमांस करेंगी दीपिका पादुकोण
एक के बाद एक हिट फिल्में देने के बाद दीपिका पादुकोण के पास अच्छी फिल्मों की लाइन लगी हुई है. रिपोर्ट्स के मुताबिक दीपिका ‘तनु वेड्स मनु’ के डायरेक्टर आनंद एल राय के साथ एक मूवी करने जा रहीं हैं और इसमें उनके को-स्टार शाहरुख खान होंगे.
शाहरुख-दीपिका की जोड़ी ‘ओम शांति ओम’, ‘चेन्नई एक्सप्रेस’ और ‘हैप्पी न्यू ईयर’ के बाद चौथी बार बड़े पर्दे पर दिखाई देगी. फिलहाल दीपिका का करियर सुनहरे दौर से गुजर रहा है. हाल ही में दीपिका ‘पद्मावती’ के लिए 12.65 करोड़ लेकर बॉलीवुड की सबसे महंगी हिरोइन भी बन गईं हैं और इसके साथ ही वो विन डीजल के अपोजिट ‘xXx: The Return of Xander Cage’ के साथ हॉलीवुड में भी डेब्यू करने जा रहीं हैं
शाहरुख-दीपिका की आने वाली इस फिल्म से जुड़े सूत्र का कहना है, ‘दीपिका से फिल्म के बारे में बात हो गई है और वह जल्द ही यह फिल्म साइन कर लेंगी.’ आपको बता दें कि शाहरुख खान इस फिल्म में बौने के किरदार में नजर आएंगे.
'राब्ता' में एक्शन अवतार में नजर आएंगी कृति सनन
बॉलीवुड एक्ट्रेस कृति सनन अपनी आने वाली फिल्म ‘राब्ता’ में जोरदार एक्शन करती नजर आएंगी। उन्होंने कहा, ‘मैं हमेशा से एक्शन सिक्वेंसेज करना चाहती थी। मुझे वह आकषर्क लगते हैं, लेकिन वह काफी मुश्किल और शारीरिक रूप से थकाने वाले होते हैं। एक्शन सीन करने के लिए सबसे मुश्किल काम क्षमता बढ़ाना होता है, जो धीरे-धीरे हो पाता है।’
कृति इन दिनों दिनेश विजन के निर्देशन में बन रही फिल्म ‘राब्ता’ में सुशांत सिंह राजपूत के साथ काम कर रही है। कृति ने वर्ष 2014 में प्रदर्शित फिल्म ‘हीरोपंती’ से बॉलीवुड में अपने करियर की शुरूआत की थी। इसके बाद कृति ने फिल्म ‘दिलवाले’ में काम किया।
कांग्रेस संगठन की इस 'आग' में झुलस न जाएं CM रावत
कांग्रेस संगठन अब एक ऐसे अभियान को छेड़ने की तैयारी में है, जिसकी जद में मुख्यमंत्री हरीश रावत और उनके मंत्री भी आ सकते हैं। राजनीति में सफाई का अभियान अब कांग्रेस के लिए नया मूल मंत्र है। संगठन ने एंटी करप्शन विभाग का गठन भी कर दिया है। बिना किसी हो हल्ले के इस नवगठित विभाग की कमान नैनीताल के पूर्व सांसद डॉ. महेंद्र पाल सिंह को सौंप दी गई है। प्रदेश अध्यक्ष की इस शांत पहल के दूरगामी राजनीतिक परिणाम हो सकते हैं।
नैनीताल से दो बार सांसद रह चुके डा. महेंद्र पाल के भी मुख्यमंत्री हरीश रावत से रिश्ते बेहतर नहीं है। ऐसे में कांग्रेस का यह एंटी करप्शन विभाग गढ़े मुर्दे उखाड़ने का काम भी कर सकता है। ऐसा हुआ तो मुख्यमंत्री हरीश रावत के स्टिंग ऑपरेशन से लेकर रावत सरकार के मंत्रियों के कारनामे भी संगठन के रडार पर होंगे। अभी तक प्रदेश का कांग्रेस संगठन इन मामलों पर चुप्पी साधता आया है।
इसके साथ ही प्रदेश कांग्रेस राजनीतिक शुचिता का अभियान भी छेड़ने जा रही है। संगठन के मुताबिक इस अभियान का मतलब है कि राजनीति में कोई दुराव-छुपाव सहन न करना। इस समय कांग्रेस पार्टी की मुख्यमंत्री हरीश रावत से सबसे बड़ी शिकायत ही यह है कि सरकार कोई भी फैसला करने से पहले संगठन को विश्वास में नहीं ले रही है।
मंत्रियों को लेकर शिकायत तो कांग्र्रेस के खुले मंच पर उठती ही रही है। अब शिकायत मुख्यमंत्री हरीश रावत को लेकर है। संगठन के नेताओं के मुताबिक मुख्यमंत्री हरीश रावत ने पीडीएफ कोटे से मंत्री बनाए गए दिनेश धनै और यूकेडी के प्रीतम पंवार को और मंत्रालय बांट दिये और संगठन के नेताओं को इसकी भनक तक नहीं लगी। यही नहीं नव प्रभात को पूर्व में औद्योगिक विकास निगम का अध्यक्ष बनाया गया तो भी नव प्रभात को इसकी भनक नहीं थी।
कांग्रेस के नेता के मुताबिक पहले हरीश रावत छोटी से छोटी बात के लिए सबकी राय लेते थे। अब बड़े से बड़ा फैसला करने में किसी को पूछ ही नहीं रहे हैं। कांग्रेस संगठन की राजनीतिक शुचिता की मुहिम को इस शिकायत से जोड़ कर देखा जाए तो यह खुलकर सामने आ रहा है कि राजनीतिक शुचिता का अभियान जा कहां रहा है।
एक महिला के बयान से उत्तराखंड में हो सकता है 'तख्तापलट'
हरक सिंह रावत पर बलात्कार का आरोप लगाने वाली युवति के नए बयान से उत्तराखंड मुख्यमंत्री की परेशानियां बढ़ गई हैं। वहीं भाजपा रावत के इस्तीफे की मांग कर रही है। पीड़िता की ओर से पूर्व मंत्री हरक सिंह रावत के खिलाफ दबाव में रेप का मुकदमा दर्ज कराने का बयान देने से हरक को राहत मिल सकती है। वहीं, मुख्यमंत्री हरीश रावत की मुसीबत बढ़ सकती है।
महिला ने मुख्यमंत्री हरीश रावत के दबाव में मुकदमा दर्ज करने की बात कही है। लिहाजा, हरीश रावत के लिए यह बयान मुसीबत खड़ी कर सकता है। कानून के जानकारों और वरिष्ठ अधिवक्ताओं की मानें तो झूठा मुकदमा दर्ज कराने के मामले में पुलिस फरियादी महिला के खिलाफ भी आईपीसी की धारा 182 के तहत कार्रवाई कर सकती है।
दून बार एसोसिएशन के अध्यक्ष एवं वरिष्ठ अधिवक्ता मनमोहन कंडवाल ने बताया कि अगर मुकदमा समाप्त होता है तो पुलिस महिला के खिलाफ 182 की कार्रवाई कर सकती है। ऐसे में हरक सिंह रावत को राहत मिल जाएगी। हालांकि सबूतों का भी इसमें अहम रोल है।
वरिष्ठ अधिवक्ता संजीव शर्मा का कहना है कि महिला ने 164 के बयान (मजिस्ट्रेटी बयान) में मुख्यमंत्री हरीश रावत पर मोबाइल से धमकी देने और मुकदमा दर्ज कराने की बात कही है तो इससे हरीश रावत की मुसीबत बढ़ सकती है। उनके खिलाफ षड्यंत्र रचने, धमकी देने और आईटी एक्ट की धाराओं में मुकदमा बनता है।
वहीं, महिला के खिलाफ भी 182 की कार्रवाई का आधार है। जिसमें दोषी पाए जाने पर छह महीने की कैद या जुर्माना अथवा दोनों सजाएं हो सकती हैं। वरिष्ठ अधिवक्ता सुयेश कुकरेती के मुताबिक 164 के बयान की विधिक मान्यता ज्यादा है। पुलिस का विवेचक या हरक सिंह चाहें तो महिला के खिलाफ 182 की कार्रवाई हो सकती है। अगर महिला की बात सबूतों में सही पाई जाती है तो वह 182 की कार्रवाई से भी बच सकती है।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट ने हरक सिंह रावत पर आरोप लगाने वाली महिला के नए खुलासे के बाद प्रदेश के मुख्यमंत्री हरीश रावत से इस्तीफे की मांग की है। उन्होंने कहा है कि षड़यंत्रकारियों को सत्ता में बने रहने का कोई अधिकार नहीं है। इससे साफ हो गया है कि सत्ता पक्ष विपक्ष के खिलाफ राजनीतिक दुर्भावना से फर्जी मुकदमे दर्ज करा रहा है। बुधवार को जारी बयान में भट्ट ने कहा है कि हरक सिंह रावत पर रेप का आरोप लगाने वाली महिला ने खुलासा कर दिया है कि उसने किसके कहने पर ऐसा किया था। उन्होंने कहा कि भाजपा पहले दिन से जो कह रही थी वह अब साबित हो गया है।
हमने इस मामले में राज्य की कांग्रेस सरकार द्वारा कोई षड्यंत्र किये जाने की आशंका व्यक्त की थी। साथ ही हमने यह भी कहा था की कानून अपना काम करेगा। उन्होंने कहा कि अब नया खुलासा आने पर षड्यंत्र की बात सिद्ध हो गई है और कानून को अपना काम करना चाहिए। क्योंकि इस प्रकार षड्यंत्र किया जाना भी अपने आप में गंभीर अपराध है।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा है कि हरीश रावत एक ओर स्टिंग में फंसे हैं और उनके खिलाफ सीबीआई जांच भी चल रही है। अब यह गंभीर प्रकरण सामने आया है। उन्होंने कहा कि हरीश रावत कांग्रेस से भाजपा में आए पूर्व विधायकों प्रणव चैंपियन और रेखा आर्य के खिलाफ भी षड़यंत्र रच रहे हैं।
लापता बसों की तलाश के लिए 300 किलो का चुंबक नदी में डाला
रायगढ़ जिले में महाड़ के नजदीक अंग्रजों के जमाने के एक पुल के ध्वस्त हो जाने के कारण सावित्री नदी में बह गई दो बसों और उनमें सवार 22 लोगों का पता लगाने के लिए आज सुबह 300 किलोग्राम का चुंबक नदी में डाला गया है। एक रक्षा प्रवक्ता ने बताया कि नौसेना के गोताखोरों ने आज सुबह फिर अभियान शुरू कर दिया। उन्होंने बताया कि प्रभावित इलाके में आज तटीय सुरक्षा के चेतक हेलीकॉप्टर ने भी खोज शुरू कर दी है।
लापता वाहनों का पता लगाने के लिए आज सुबह एक क्रेन के जरिए 300 किलोग्राम के चुंबक को नदी में डाला गया है। एक स्थानीय अधिकारी ने बताया कि चुंबक में कुछ फंसा है जिसे नदी से बाहर निकालने का प्रयास किया जा रहा है। मुंबई से 170 किलोमीटर दूर महाड़ के नजदीक देर मंगलवार को हुई इस घटना में 22 लोगों को लेकर जा रही दो सरकारी बसें बह गयी थी। कल 14 घंटे की सघन तलाश और बचाव अभियान के बावजूद कोई भी जीवित व्यक्ति या शव नहीं मिल सका था। माना जा रहा है कि दो बसों के अलावा, कई अन्य वाहन भी उफनती नदी में बह गये हैं।
इससे पहले खबर आयी थी कि सघन तलाशी के दौरान दो शव बरामद किए गये हैं। हालांकि बाद में जिला पुलिस ने स्पष्ट किया कि कल रात तक कोई शव बरामद नहीं किया गया। रायगढ़ जिला के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सचिन पाटिल ने कल देर शाम बताया, यह गलत खबर थी, अभी तक कोई भी शव बरामद नहीं किया गया है। इस बीच, शिवसेना ने आज तीन महीने पहले पुल को तमाम तरह की मंजूरी दिए जाने पर भी सवाल उठाया।
शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना के संपादकीय में लिखा है, मई में ब्रिटिश कालीन पुल को यातायात पात्रता प्रमाण पत्र किस आधार पर जारी किया गया था। इसमें कहा गया है कि ब्रिटिश कालीन सभी पुलों की जगह नये पुल बनाए जाने चाहिए। हम तभी कह सकते हैं कि हमने सबक लिया है। कल तलाशी एवं बचाव अभियान में 28 मरीन कमांडो, राष्ट्रीय आपदा कार्य बल के लगभग 100 जवान और तटीय सुरक्षा के 25 जवानों को लगाया गया था। पीडब्ल्यूडी मंत्री चंद्रकांत पाटिल और विपक्षी कांग्रेस के नेता राधाकष्ण विखे पाटिल समेत मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने इलाके का हवाई सर्वेक्षण किया। जिला अधिकारियों के मुताबिक, बसों में से रायगढ़ के जयगढ़ से मुंबई की ओर जा रही थी जबकि दूसरी बस राजापुर से बोरीवली आ रही थी।
जिस उत्तर प्रदेश में 'रेप वीडियो' 50 रु में बिक रहे हों वहां बलात्कार कैसे रुकेंगे?
बुलंदशहर गैंगरेप की घटना पर मचे बवाल के बीच यह एक और झकझोरने वाली खबर है. द टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के मुताबिक उत्तर प्रदेश के तमाम इलाकों में बलात्कार की वीडियो क्लिपिंग या रेप वीडियो की बिक्री फलता-फूलता धंधा है. रिपोर्ट के मुताबिक 30 सेकेंड से लेकर पांच मिनट तक के वीडियो की कीमत 50 से 150 रु तक हो सकती है जो इस पर निर्भर करती है कि वह कितना ‘एक्सक्लूसिव’ है.
रिपोर्ट के मुताबिक अभी ये वीडियो चोरी-छिपे ही बेचे जाते हैं. दुकानदार सिर्फ उन्हीं को ये देते हैं जो किसी भरोसे के आदमी का नाम लेकर इन्हें मांगते हैं. आगरा के नजदीक बसे एक कस्बे कासगंज में एक दुकानदार का कहना है, ‘पोर्न तो पुरानी बात हो गई. आजकल ऐसे रियल लाइफ क्राइम की डिमांड है.’ डीलर ये वीडियो सीधे फोन में डाउनलोड कर देते हैं या फिर पेन ड्राइव में कॉपी करके भी दे देते हैं.
इन वीडियो के स्रोत कई तरह के हो सकते हैं. कभी कोई व्यक्ति या गैंग इन्हें ट्विटर, टंबलर या फेसबुक जैसी साइटों से डाउनलोड करके बेच देता है. बलात्कार में शामिल लोग भी वीडियो शूट कर लेते हैं. हालांकि इसका मकसद जरूरी नहीं कि इसे बेचना ही हो. पुलिस के मुताबिक इसके जरिये कई बार पीड़ित को धमकाया जाता है कि वह अपना मुंह न खोले. कई बार ऐसे वीडियो के बल पर पीड़ित का आगे भी शोषण किया जाता है. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी कहते हैं, ‘रेप वीडियो ऑनलाइन पोस्ट कर देने की धमकी बहुत असर करती है.’
पुलिस के मुताबिक इस ट्रेंड को खत्म करना लगभग असंभव है. आगरा के सिटी एसपी जी सुशील चंद्रभान कहते हैं, ‘अतीत में हमने ताजगंज और सदर जैसे इलाकों में छापे मारे हैं और अश्लील वीडियो और पाइरेटेड फिल्में बेचने के लिए एक शख्स को गिरफ्तार किया है. हम इन इलाकों में छापे मारना जारी रखेंगे.’
आगरा हो या मेरठ या फिर बरेली. उत्तर प्रदेश के तमाम शहरों में यही हाल है. बरेली में बीते हफ्ते ही 21 साल की एक लड़की ने तब खुदकुशी कर ली थी जब उसे पता चला था कि उसके बलात्कार का वीडियो ऑनलाइन पोस्ट करने के बाद एक आरोपित ने उसकी नग्न तस्वीरें भी स्थानीय बाजार में तीन रु प्रति प्रिंट के हिसाब से बेची थीं.
महात्मा गांधी की मूर्ति को पहना दी समाजवादी पार्टी की टोपी और दुपट्टा
मुरादाबाद: उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की मूर्ति के अपमान का मामला सामने आया है. बापू की प्रतिमा पर किसी ने समाजवादी पार्टी की टोपी और दुपट्टा पहना दिया. मामले की मजिस्ट्रेट जांच हो रही है.
मुरादाबाद के सिविल लाइन इलाके के कंपनी बाग में बापू की पीतल की एक मूर्ति लगी है. परसों सुबह रोज की तरह लोग पार्क में टहलने के लिए पहुंचे तो बापू को इस हाल में देखकर हैरान रह गए. उनकी मूर्ति पर समाजवादी पार्टी की टोपी और गले में दुपट्टा पहनाया गया था. इतना ही नहीं बापू की मूर्ति से चश्मा भी गायब था.
मुरादाबाद में कल ही मेयर के लिए उपचुनाव हुए हैं. इससे पहले शहर में उम्मीदवारों के लिए जमकर प्रचार हो रहा था. आसपास के लोग बता रहे हैं कि इस पार्क में समाजवादी पार्टी का एक कार्यक्रम हुआ था और उसी के बाद कुछ लोगों ने बापू की मूर्ति को ये टोपी और दुपट्टा पहना दिया.
बापू की प्रतिमा के साथ हुई इस शर्मनाक हरकत की हर तरफ निंदा हो रही है. प्रशासन तक बात पहुंची तो फौरन मामले की मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दे दिए गए. दोषियों पर अब कार्रवाई की बात हो रही है