समाजवादी पार्टी के वरि’ष्ठ नेता आजम खान को मंगलवा’र को कोर्ट से बड़ा झ’टका लगा। रामपुर कोर्ट ने आजम खान, उनकी पत्नी तंजीन फातिमा और बेटे अब्दुल्ला आजम की जमानत याचिका खारिज कर दी। इस फ़ैस’ले के दौरान रामपुर पुलिस ने कोर्ट से आजम खान को रिमां’ड पर लेने की मांग की है। कोर्ट ने इस पर 7 मार्च को सुनवाई करने को कहा है। तब तक के लिए आजम खान का परिवा’र सीतापुर जे’ल में रहेगा।
बता दें कि आजम खान ने कोर्ट से कुर्की का आदेश जारी होने के बाद, अपनी पत्नी तंजीन फातिमा और बेटे अब्दुल्ला के साथ 25 फरवरी को रामपुर कोर्ट में आत्मसमर्पण कर दिया था। अब्दुल्ला आजम के दोहरे जन्म प्रमा’ण पत्र से संबंधित जाल’साजी के एक मामले में उनके खि’लाफ गैर-जमानती वारं’ट था। रामपुर की अदालत ने खान परिवा’र को 2 मार्च तक के लिए न्यायिक हि’रासत में भेज दिया था।
बातचीत के दौरान आजम खान ने अपनी हालत की वजह मुस्लिम होना बताई है। उन्होंने कहा कि “उनके साथ बहुत अमानवीय बर्ताव हुआ है, जस्ट लाइक टेररिस्ट।” सोमवा’र को आजम खान से मिलने उनकी बहन साहिबा, बहनोई जमीर अहमद और साली तनवीर पहुंची थीं। मुलाकात करने के बाद मीडिया से बातचीत में बहनोई जमीर अहमद खान ने कहा कि “आजम का वह बयान एकदम सही है, जिसमें उन्होंने कहा था कि उनके साथ जेल में आतं’कवादी की तरह सलूक किया जा रहा है।” उन्होंने बताया कि “आजम ने उनसे कहा कि ऐसा व्यवहा’र इसलिए किया जा रहा, क्योंकि वे एक मुस’लमान हैं।”
आपको बता दें कि आजम खान की गिर’फ्तारी के बाद सपा के चीफ अखिलेश यादव मुलाक़ात के लिए गए थे। मुलाकात के बाद अखिलेश यादव ने कहा था कि “एक राजनीतिक साजिश के तहत बीजेपी आजम खान को निशा’ना बना रही है। मैंने आजम साहब से मुलाकात की। उनकी पत्नी की तबी’यत ठीक नहीं है और बेटे के सिर में भी चो’ट लगी है। मैं उम्मीद करता हूं कि जे’ल प्रशासन उन्हें जरूरी सुविधाएं मुहैया कराएगा।”