हिंदुस्तानी सिनेमा जगत के सबसे बड़े फ़िल्मी घराने “कपूर” के प्रतिनिधि सदस्य ऋषि कपूर के नि’धन से आज सम्पूर्ण इंडस्ट्री के साथ साथ देश भर को शोकाकुल कर गया है।बेहद गम्भीर कैंसर की बीमारी के चलते 67 वर्ष की आयु में मुंबई के एक अस्पताल में आज सुबह उनकी मृ’त्यु हो गईं।जीवन के इस पड़ाव पर भी वह अस्पताल में भी डॉक्टरों,नर्सों और जाने वाले सभी लोगो का मनोरंजन करते रहते थे।
देश मे एक के बाद एक ऋषि कपूर के नि’धन और उसके एक ही दिन पहले अभिनेता इरफ़ान खान के निधन से पूरे देश मे शोक छा गया है।भारतीय क्रिकेट कप्तान विराट कोहली ने दुःख जाहिर करते हुए ट्वीट किया कि,”यह विश्वास करना काफी मुश्किल है, कल इरफान खान ने और आज ऋषि कपूर जी ने हमारा साथ छोड़ा है। यह विश्वास करना मुश्किल है कि उन्होंने हमारा साथ छोड़ दिया है। मेरी सहानुभूति उनके परिवार के साथ है।भगवान उनकी आत्मा को शांती प्रदान करें”।
दरअसल,कल रात जब खबर आई कि ऋषि कपूर की तबियत गम्भीर होने से उन्हें फिर से अस्पताल में एडमिट कराया गया है, लोगों ने उनके अच्छे स्वास्थ्य के लिये बहुत दुआएं की,पर शायद कुदरत को मंजूर नही था। ऋषि कपूर के परिवार की तरफ से आए एक बयान ने सभी की आंखें नम कर दीं।जिसमें यह लिखा गया है कि, ऋषि आखिरी समय तक लोगों का मनोरंजन करते रहे। ‘उन्होंने सुबह 8:45 पर आखिरी सांस ली।बयान में यह भी कहा गया है कि डॉक्टर और मेडिकल स्टाफ का कहना है कि वह आखिरी समय तक हमारा मनोरंजन करते रहे।’ ऋषि पिछले दो वर्षों से ल्यूकेमिया से पीड़ित थे।
बताते चलें कि,चिंटू के नाम से इंड्रस्टी में मशहूर ऋषि कपूर का जन्म जन्म 4 सितंबर 1952 को मुंबई के चेम्बूर में हुआ था। वे राज कपूर के दूसरे नंबर के बेटे और पृथ्वीराज कपूर के पोते थे।ऋषि कपूर ने अपने फ़िल्मी करियर की शुरुआत राज कपूर की फ़िल्म “मेरा नाम जोकर” से की थी,जिसके लिए उन्हें अवॉर्ड भी मिला था।ऋषि कपूर ने बतौर लीड एक्टर 1973 में आई फिल्म ‘बॉबी’ से शुरुआत की थी। अपने करियर में 1973-2000 तक 92 फिल्मों में रोमांटिक हीरो का किरदार निभाया।उन्होंने अपनी पत्नी नीतू कपूर के साथ 12 फिल्मों में अभिनय किया था।