यूपी: पति-पत्नी के बीच झगड़े के कई मामले सामने आते रहते हैं। कई बार झगड़े के बाद पति-पत्नी कुछ अजब-गजब करनामों को अंजाम दे देते हैं। ऐसा ही एक मामले में यूपी के मऊ में सामने आया है। जिले के एक गांव में पत्नी से झगड़े के बाद पिछले 32 दिन से ताड़ के पेड़ पर रह रहे युवक को आखिरकार पुलिस ने रविवार को नीचे उतारा। करीब 75 घंटे की मशक्कत के बाद पुलिस को ये सफलता हाथ लगी।
रविवार को मौके पर पहुंचे अधिकारियों और पुलिस ने तीन घंटे की घेराबंदी करते हुए नीचे बिछे जाल पर कूदाकर युवक को नीचे उतारा। उसके नीचे उतरते ही पुलिस ने हिरासत में ले लिया और मेडिकल जांच के लिए अस्पताल भिजवाया। इससे पहले शनिवार को भी पुलिस टीम दिन भर युवक को नीचे उतारने की कोशिश में जुटी थी। आठ घंटे की मेहनत के बाद भी पुलिस-प्रशासन को सफलता हाथ नहीं लगी थी।
कोपागंज थाना क्षेत्र के ग्राम सभा बसारथपुर के दलित बस्ती निवासी रामप्रवेश राम (42) ताड़ के पेड़ से ताड़ी निकालने का कार्य करता है। सीजन खत्म होने पर वह मेहनत मजदूरी करने लगा। 32 दिन पहले किसी बात को लेकर पत्नी से झगड़ा होने के बाद वह अपने परिवार को छोड़ ताड़ के पेड़ पर रहने लगा। खाना, पीना और नहाना भी पेड़ पर ही करने लगा। रोजाना युवक को मनाने और पेड़ से उतारने की कोशिश होती रही लेकिन कोई परिणाम नहीं निकला। पति के पेड़ पर रहने के कारण पत्नी को घर गृहस्थी चलाने में परेशानी होने लगी।
इधर, रामप्रवेश की इस हरकत से पूरा गांव परेशान हो उठा। ताड़ के पेड़ की ऊंचाई इतनी थी कि वहां से आसपास के घरों के आंगन साफ दिखाई देते, जिससे घर में रहने वाली महिलाओं को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था। इन सब बातों से परेशान पत्नी ने पुलिस से गुहार लगाई। शुक्रवार से पुलिस रामप्रवेश को ताड़ के पेड़ से नीचे उतारने में जुट गई। लाख प्रयास के बाद भी शनिवार शाम तक पुलिस को कामयाबी नहीं मिली।
रविवार सुबह एसडीएम हेमंत चौधरी, क्षेत्राधिकारी घोसी उमाशंकर उत्तम और थानाध्यक्ष अमित कुमार मिश्रा भारी पुलिस बल लेकर मौके पर पहुंचे। देखते ही देखते मौके पर ग्रामीणों की भीड़ जुट गई। दो घंटे तक काफी समझाने बुझाने के बाद भी रामप्रवेश ताड़ के पेड़ से नहीं उतरा। इस पर अधिकारियों ने ताड़ के पेड़ पर चढ़ने वाले चार युवकों को बुलाया।
चारों युवक ताड़ के पेड़ पर चढ़े और राम प्रवेश को नीचे बिछे जाल पर धकेल दिया। जाल पर गिरते ही पुलिस ने राम प्रवेश को हिरासत में ले लिया। मेडिकल जांच के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कोपागंज भेजा गया। इस बाबत क्षेत्राधिकारी उमाशंकर उत्तम का कहना था राम प्रवेश की मेडिकल परीक्षण के बाद जो रिपोर्ट आएगी उसके आधार पर आगे कार्रवाई होगी।