प्रयागराज में फंसे बच्चों को उनके घर छोड़ने के लिये 300 बसें तैयार,योगी सरकार का आदेश

0
264

देशभर में कोरोना वायरस को बढ़ने से रोकने के लिए लॉकडाउन लागू है। ऐसे में प्रदेश के अलग-अलग शहरों और गाँवो के बच्चे जो प्रयागराज में फँसे हुए है,उन्हें योगी सरकार ने उनके घर,यानी उनके गृह जनपद में पहुंचाने का फ़ैसला लिया और इसके लिए 300 बसों का भी इंतजाम हो गया है।ये बसें प्रयागराज के तीन जगहों से चलेंगी। इसमें पहले चरण में सोनभद्र, चंदौली, वाराणसी, जौनपुर, प्रतापगढ़, कौशांबी, फतेहपुर और चित्रकूट के छात्रों को भेजने का निर्देश दिया गया है।इसके बाद दूसरे चरण में इन्हीं बसों से अन्य जनपद में छात्रों को भेजा जाएगा।

अपर मुख्य सचिव अवनीश कुमार अवस्थी ने सोमवार को यहां लोकभवन में कोरोना वायरस के संबंध में किए गए संवाददाता सम्मेलन में बताया कि,मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने टीम-11 के वरिष्ठ अधिकारीयों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये बात करके कोरोना वायरस की स्थिति पर बात की,और बच्चों को उनके गृह जनपद पहुंचाने का फैसला लिया।इसके साथ ही प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करने के लिए हर जिले में 15,000 से 25,000 क्षमता की पृथक इकइयों के निर्माण का निर्देश भी मुख्यमंत्री ने दिया है।

ज्ञात हो कि,बीते 26 अप्रैल को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश के मज़दूर जो अलग अलग राज्यों में फंसे हुए है, उन्हें भी वापस लाकर 14 दिन आइसोलेशन में रखने के बाद उनके अपने गाँव पहुँचाने का आदेश दिया था,और करीब 12 हज़ार से ज्यादा ही श्रमिकों को उनके गृह जनपद तक छोड़ दिया गया है।

जा’नकारी के लिए आपको बता दें कि,उत्तर प्रदेश में अब तक कोरोना वायरस से संक्रमित लोगो की सँख्या 2,043 पहुँच गयी है,जिसमे अब तक 31 लोगो की मौ’त हो चुकी है।वहीं देश मे अब तक 29,974 लोग संक्रमण की चपेट में आ चुके है,हलांकि 7,027 लोगों अब तक ठीक हो गए है,तथा 937 लोगों की मृ’त्यु हो चुकी है।