मॉब लीचिंग की भेंट चढ़े बच्चे, नहीं रुक रही घटनाएँ

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प्रतीकात्मक तस्वीर

इन दिनों देश की बहुत सी गंभीर समस्याओं में एक और नाम शुमार हो गया है वह है मॉब लिंचिंग क्योंकि मॉब लिंचिंग की घटनाएं देश में तेज़ी से बढ़ रही हैं। इसकी वजह से कई मासूम बड़ी बेरहमी से भीड़ के द्वारा पीट-पीटकर मौत के घाट उतार दिए जाते हैं। ऐसी ही एक रोंगटे खड़े कर देने वाली घटना मध्यप्रदेश के शिवपुरी ज़िले में घटित हुई। इस बार मॉब लिंचिंग के शिकार बने दो दलित बच्चे जिनका क़सूर बस इतना था कि उन्होंने खुले में शौच की थी।

पुलिस निरीक्षक आरएस धाकड़ ने पीटीआई के हवाले से बताया कि घटना मध्यप्रदेश के शिवपुरी ज़िले के भवखेड़ी गांव में सुबह-सुबह घटित हुई। पुलिस के अनुसार 12 साल की रोशनी और 10 साल के अविनाश को पंचायत भवन के सामने शौच करने की वजह से बहुत बेरहमी से पीटा गया था। जिसके बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया। जहां डॉक्टरों ने दोनों बच्चों को मृत घोषित कर दिया। पुलिस निरीक्षक धाकड़ का कहना है कि मामले की जांच चल रही है और दोषियों की गिरफ़्तारी के प्रयास जारी हैं।

मध्य प्रदेश के ही नीमच ज़िले में भी जुलाई के महीने में एक 58 साल के व्यक्ति को मोर चोरी करने के संदेह में पीट-पीटकर मार डाला गया था। जिसमें 9 लोगों गिरफ़्तार किया गया था।  मध्य प्रदेश में सत्तारूढ़ कांग्रेस सरकार ने हाल ही में मॉब लिंचिंग के ख़िलाफ़ एक विधेयक पेश किया था। जो मध्य प्रदेश गोवंश वध अधिनियम, 2004 में संशोधन है। जिसके अनुसार जब भीड़ के सदस्यों द्वारा एक ही अपराध किया जाता है तो सज़ा की न्यूनतम अवधि 1 साल और अधिकतम 5 साल तक बढ़ जाएगी।