देश में काफी दिनों से कोना संकट की वजह से पूरी तरीके से लॉक डाउन चल रहा है तमाम राज्यों के दिहाड़ी मजदूर देश के अलग-अलग हिस्सों में फंसे हुए हैं और आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं। ऐसे में कुछ मजदूर हजारों किलोमीटर का सफर तय करते हुए अपने गृह जनपद की तरफ निकल चुके हैं वह कुछ अपने परिजनों सरकार तथा संस्थाओं से मदद की गुहार कर रहे हैं। ऐसे में जबलपुर के पनागर में एक मजदूर के परिजन ने अपने स्थानीय विधायक से मदद की गुहार की तो भाजपा विधायक सुशील इंदु तिवारी ने उल्टा उसे ही खरी खोटी सुना दी।
दरअसल सोशल मीडिया पर जबलपुर की पनागर के विधायक सुशील इंदु तिवारी का एक ऑडियो बहुत तेजी से वायरल हो रहा है लोग उस पर खूब आलोचना कर रहे हैं।वीडियो में यह साफ-साफ सुनाई दे रहा है कि, विधायक के स्थानीय क्षेत्र से किसी ने उसके परिवार के किसी सदस्य जो कि असम में फंसा हुआ है उसकी मदद के लिए उनके पास फोन किया है जिसके जवाब नहीं उल्टा विधायक ही क्रोधित होते हैं और डांट कर कहते हैं कि वहां मजदूरी करने ही क्यों गए क्या मध्यप्रदेश में मजदूरी की कमी है।
परिजन के आग्रह पर विधायक तिवारी को कहते हुए सुना जा सकता है कि उन्हें असम में कोई नहीं जानता है।साथ ही उनके कहने से उसके परिजनों के घर लौटने की व्यवस्था भी नहीं हो सकती है।इसके बाद भी मजदूर का परिजन उनसे असम में फंसे हुए अपने लोगों को लाने के लिए कुछ सहायता करने को कहता है।इतना सुनते ही विधायक जी उसके ऊपर क्रोधित हो जाते हैं। फिर सुशील इंदु तिवारी कहते हैं कि तुम्हारे परिजन मजदूरी के लिए असम क्यों गए थे? क्या मध्य प्रदेश में रोजगार नहीं मिलता है?और बाद में अपनी ज़िम्मेदारी से पल्ला झाड़ते हुए विधायक ने उसको सांसद से संपर्क करने का कह दिया।उन्होंने कहा कि सांसद राकेश सिंह से संपर्क करो वे ही तुम्हारी मदद कर सकते हैं।