भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली आजकल अपनी फॉर्म में नहीं चल रहे हैं। न्यूजीलैंड दौरे पर विराट कोहली का प्रद’र्शन बहुत खरा’ब रहा। वह अपनी पिछली 22 पारियों में एक भी शतक नहीं लगा पाए हैं। कोहली न्यूजीलैंड सीरीज के तीनों फॉर्मेट में फ्लॉप रहे।
अपने इस खराब प्रद’र्शन से विराट कोहली परेशान हो गए और उन्होंने अपने बचपन के कोच को कॉल लगा दी। विराट के कोच राजकुमार शर्मा ने खुद इस बात का खु’लासा किया। उन्होंने कहा कि “हर खिलाड़ी बुरे दौर से गुजरता है। चिंता की कोई बात नहीं है। वह बहुत अच्छा खिलाड़ी है और जानता है कि क्या ग’लत हो रहा है। हम इस पर बात कर चुके हैं। वह जल्द वापसी करेगा।”
राजकुमार शर्मा ने कोहली का बचाव करते हुए कहा कि विराट ने कभी आक्रामकता और दुर्व्यवहा’र के बीच की रेखा को नहीं लांघा। उन्होंने पत्रकारों से कहा कि ‘‘जब वह (कोहली) अच्छा प्रदर्शन करता है तो देश के लिये उनकी इसी आक्रामकता की सभी सराहना करते हैं। मेरा मानना है कि आक्रामकता उनका मजबूत प’क्ष है लेकिन आक्रामकता और बदतमीजी के बीच एक रेखा है। उन्होंने कभी उस रेखा को पार नहीं किया। आक्रामकता उन्हें अच्छा प्रदर्शन करने के लिये प्रेरित करती है।”
न्यूजीलैंड सीरीज के दूसरे टेस्ट मैच में विराट कोहली ने कप्तान केन विलियमसन के आउट होने पर खूब जश्न मनाया था। और दर्शकों की तरफ इशारा करके चुप रहने के लिये कहा था, जिसकी सोशल मीडिया पर बहुत आलोचना की गई थी। जिसके बाद उनसे इसपर सवाल करने पर विराट ने पत्रकार को डांटते हुए कहा था कि “आपको यह पता लगाने की जरूरत है कि हकीकत में क्या हुआ था और फिर आप एक अच्छे सवाल के साथ यहां पर आएं। आप आधे अधूरे सवाल और जानकारी के साथ यहां पर नहीं आ सकते और यदि आप वि’वाद बनाना चाहते हैं तो यह सही जगह नहीं है। मैंने मैच रैफरी से बात की थी और जो कुछ हुआ, उसके साथ उन्हें कोई परे’शानी नहीं थी।”
बता दें कि टेस्ट सीरीज में कोहली ने न्यूजीलैंड के खि’लाफ दो मैचों की चार पारियों में केवल 38 रन बनाए। इस दौरान उनका बल्लेबाजी औसत मात्र 9.5 का था। वनडे सीरीज की बात करें तो विराट ने 3 मैचों में सिर्फ 75 रन बनाए। टी20 सीरीज में कोहली ने 4 मैचों में 26.25 की औसत से 105 रन ही बनाए। इस पूरे दौरे पर कोहली ने 9 मैच की 11 पारियों में 218 रन बनाए। उनका सर्वाधिक स्कोर 51 का रहा और पूरे दौरे पर औसत 19.81 का रहा जो उनके लिहाज से बहुत ज्यादा कम है।