कोरो’ना वाय’रस का क’हर दुनिया भर में बरस रहा है। दुनिया भर के लगभग सभी देश इसके प्र’कोप में है। दुनिया भर में अधिक संक्रमि’त देश की लिस्ट में भारत तीसरे स्थान पर है। वहीं भारत की राजधानी भारत के राज्यों में अधिक एक्टिव मामलों की टॉप 10 लिस्ट में शामिल थी। लेकिन हाल ही में खबर आई है कि अब वह टॉप 10 लिस्ट से बाहर आ गई है। जिसके चलते बताया जा था है कि दिल्ली में कोरो’ना वाय’रस की रफ्तार पर रोक लगा दी गई है। खबर के मुताबिक बताया जा रहा है कि दिल्ली अब 11 स्थान पर जा पहुंची है। ताज़ा आंकड़ों के मुताबिक दिल्ली में मात्र 7.99 प्रतिशत ही एक्टर मामले बचे है। वहीं 89.07 प्रतिशत म’रीज़ अब तक इस वाय’रस से ठीक ही चुके है और साथ ही 2.93 प्रतिशत म’रीजों ने अपनी जा’न गंवा दी।
बताया जा रहा है कि इस समय दिल्ली में रोज़ाना 1000 नए मामलों की पुष्टि हो रही है। खबर के अनुसार दिल्ली में अब तक 10 से अधिक टेस्ट किए जा चुके है, जिसमें से लगभग आधे टेस्ट सिर्फ बीते 30 दिनों में हुए। बृहस्पतिवार को स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी की गई रिपोर्ट के मुताबिक दिल्ली में अब तक 10,13,694 परीक्षण किए गए हैं। यानी औसतन प्रति 10 लाख आबादी पर 53,352 नमूनों की जां’च की गई है। दिल्ली में रोज़ाना 2000 से 3000 तक मामले रहे थे, जिसके चलते दिल्ली में जां’च बढ़ा दी गई।
वहीं केजरीवाल सरकार ने कहा कि “COVID-19 अस्पता’लों में हुई मौ’तों के कारणों का विस्तृत आकलन करवाया जाएगा। इसके लिए बाकायदा चार समितियों के गठन का आदेश दिया है। ये समितियां दिल्ली के कोविड-19 अस्पता’लों का निरीक्षण करके उसकी रिपोर्ट देंगी।” वहीं स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग के निर्देश के अनुसार दिल्ली के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग ने इन अस्पता’लों के संचालन प्रक्रियाओं और वहां पर प्रोटोकॉलों का पालन ठीक से कराने का निर्देश जारी किया। उन्होंने अपने आदेश में लिखा कि “यह देखा गया है कि अस्पता’लों में भर्ती होने की तुलना में मौ’तों का प्रतिशत और सरकारी व निजी क्षेत्र के 11 अस्पता’लों के वार्डों में कोविड मौ’तों का प्रतिशत 1 जुलाई से 23 जुलाई के बीच उच्च स्तर पर था।”