लॉ की छात्रा को 1 साल तक ब्लैकमेल करके उसके साथ बलात्कार करने के आरोपी चिन्मयानंद, अभी तक अपने ऊपर लगे आरोपों से मुकरते रहे थे। लेकिन आख़िर उन्होंने एसआईटी के सामने ख़ुद पर लगे सारे आरोपों को स्वीकार कर लिया है। बहुत समय से लॉ की छात्रा के बलात्कार का यह मामला सुर्खियों में था। जहां छात्रा बार-बार यही बोल रही थी कि चिन्मयानंद ने उसके साथ बलात्कार किया है।
चिन्मयानंद के खिलाफ लॉ की छात्रा ने 12 पन्नों की शिकायत दर्ज कराई थी। और एसआईटी को दिए बयान में कई चौकाने वाली जानकारी भी सामने आई थी। पीड़िता ने कहा था कि चिन्मयानंद ने उसे ब्लैकमेल करके रेप किया है। पीड़िता का हॉस्टल के बाथरूम मे नहाने का वीडियो बनाया गया, और उस वीडियो को वायरल करने की धमकी देकर 1 साल तक चिन्मयानंद उसका बलात्कार करता रहा।
लेकिन चिन्मयानंद सत्तारूढ़ पार्टी का नेता होने के ग़ुरूर में सभी आरोपों से मुकरते रहे थे। लेकिन जब उनका वीडियो फुटेज वायरल हुआ तो उत्तर प्रदेश विशेष जांच दल यानि एसआईटी ने उन्हें गिरिफ़्तार कर लिया। इसी मामले में एसआईटी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की एसआईटी प्रमुख नवीन अरोड़ा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि चिन्मयानंद ने सारे आरोप क़ुबूल कर लिए हैं। साथ ही चिन्मयानंद ने ये भी स्वीकार किया है कि वायरल हुए विडियो में और कोई नहीं बल्कि ख़ुद चिन्मयानंद है।
इस वायरल हुए वीडियो फुटेज के आधार पर ही एसआईटी ने बिना एक पल की भी देर किए तुरंत चिन्मयानंद को शुक्रवार की सुबह 8:50 पर उसके आश्रम से गिरिफ़्तार कर लिया। वीडियो और ऑडियो दोनों की बड़ी बारीक़ी से जांच की गई है। एसआईटी चीफ़ नवीन अरोड़ा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में ख़ुलासा किया कि चिन्मयानंद ने ख़ुद एसआईटी चीफ़ से कहा कि वो अपनी ग़लती पर शर्मिंदा है। शुक्रवार सुबह गिरिफ़्तारी के बाद चिन्मयानंद को मेडिकल परीक्षण के लिए अस्पताल ले जाया गया था। मेडिकल जांच के बाद चिन्मयानंद को कोर्ट में पेश किया गया। जहाँ कोर्ट ने उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया।