सीएए, एनआरसी और एनपीआर के खि’लाफ दिल्ली में अभी तक ध’रना प्रदर्शन जारी था। लेकिन कई दिनों से चल रहे इस विरो’ध-प्रदर्शन को अब बंद कर दिया गया है। निजामुद्दीन इलाके में चल रहा यह विरो’ध प्रदर्शनकारियों ने वापस ले लिया है। ध’रने का आयोजन करने वालों ने सोशल मीडिया पर कहा है कि वह यह ध’रना अपने अपने घरों से जारी रखेंगे। बता दें कि तीन महीने से भी ज़्यादा समय से महिलाएं सीएए, एनआरसी और एनपीआर के खि’लाफ शाहीन बाग में विरो’ध प्रदर्शन कर रही हैं। लेकिन कोरोना वाय’रस के कार’ण उन प्रदर्शनकारियों ने घरों से विरो’ध करने की बात कही है।
विश्व भर की महामा’री कोरोना वाय’रस के बढ़ते प्रकोप के कार’ण इस विरो’ध को रोक दिया गया है। दरअसल प्रधानमंत्री ने वाय’रस के कार’ण जनता कर्फ्यू लगाने की मांग की थी। जिसके कार’ण रविवा’र को ध’रने के लिए कुछ ही महिलाएं पहुंचीं, लेकिन बाक़ी लोगों ने ध’रने की जगह पर अपने जूते चप्पल रखकर विरो’ध जताया। प्रदर्शन स्थल पर पहुंची महिलाओं ने बताया कि “वह भी शाम पांच बजे ताली बजाएंगी लेकिन ये सीएए, एनआरसी और एनपीआर के खिलाफ होगी।”
बता दें कि 22 मार्च से शाहीन बाग के इस प्रदर्शन में बाहरी लोगों को आने से मना कर दिया था। जिसके वजह से जगह-जगह पर बैरिकेडिंग भी की गई थी। जिसपर लिखा है कि “रात 9 बजे के बाद प्रवेश होगा, ध’रना जारी है।” बता दें कि शाहीन बाग का यह प्रदर्शन दिसंबर 2019 से चल रहा है। बीच सड़क पर चल रहे इस प्रदर्शन से आना जाना महीनों से बंद है। यह मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गया था, कोर्ट ने इस मामले में वार्ताकार भी नियुक्त किए हैं ताकि वह इस ध’रने को बन्द करवा सकें। लेकिन अभी तक यह ध’रना-प्रदर्शन को समा’प्त कराने में नाकाम रहे हैं।