पेट्रोलियम प्रोडक्ट पर डायनामिक प्राइजिंग सिस्टम की नई सरकारी नीति का असर मध्य प्रदेश में कुछ यूं नजर आ रहा है कि पिछले लगभग दो महीने में पेट्रोल की कीमत में पौने छह रुपए की बढ़ोत्तरी हो चुकी है। डीजल भी खामोशी से मूल्यवृद्धि की सीढ़ियां चढ़ते हुए चार रुपए से ज्यादा महंगा हो चुका है।
गौर करने वाली बात यह है कि दाम भी बढ़ रहे हैं और शोर भी नहीं मच रहा। ज्यादातर उपभोक्ता लगातार बढ़ रही इस कीमत से पूरी तरह अनजान ही बने हुए हैं।
डायनामिक प्राइजिंग सिस्टम लागू करने से पहले दावा किया गया था कि इसका सीधा फायदा उपभोक्ताओं को मिलेगा। जबकि दावे के उलट 1 जुलाई के मुकाबले 22 अगस्त को इंदौर शहर में पेट्रोल की कीमत 5 रुपए 75 पैसे बढ़ चुकी है और डीजल की कीमत में 4 रुपए 7 पैसे का ईजाफा हो चुका है।
पिछले लगभग दो महीने के दौरान पेट्रोल की कीमतों में हुए कुल 18 बार के बदलाव में एक बार भी कीमत कम नहीं हुई। इतने ही दिनों में 18 बार डीजल की कीमत का भी पुनर्निधारण किया गया। इस दौरान कुल तीन बार ही दाम में कटौती की गई। जबकी 15 बार कीमत में बढ़ोत्तरी कर दी गई। खास बात है कि तीन बार जब भी दाम में कटौती हुई तो वह महज 2 पैसे, 11 पैसे और 25 पैसे तक ही सीमित रही। जबकी बढ़त इससे ज्यादा ही रही।