बिहार विधानसभा चुनावों की तारीख जैसे जैसे पास आती जा रही है वैसे ही सभी पार्टियों में हलचल भी बढ़ती जा रही है। लेकिन इस समय सबसे मुश्किल दौर से राष्ट्रीय जनता दल (RJD) गुजर रही है। बता दें कि राजद के कार्यकर्ताओं के लिए बहुत बुरी खबर सामने आई है। जिसके चलते सबका मानना है कि इस विधानसभा चुनाव में लालू यादव प्रचार अभियान में मौजूद नहीं हो सकेंगे। जिसके चलते पार्टी और चुनाव की सारी ज़िम्मेदारी उनके छोटे बेटे तेजस्वी यादव संभालेंगे।
खबर के मुताबिक राजद (RJD) के अध्यक्ष लालू यादव (Lalu yadav) पर लगे इल्ज़ामों में से चारा घोटाले के एक और मामले में उन्हें कोर्ट से जमानत मिल गई है। लेकिन दुमका कोषागार वाला मामला अब भी चल रहा है और इसमें उनको ज़मानत नहीं मिल सकी। जिसके कारण उनका कुछ समय और जेल में रहना पड़ेगा। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इस मामले में लालू यादव को दी गई सजा का पचास प्रतिशत 9 नवंबर को पूरा होगा। जिसके चलते माना जा रहा है कि इस बार विधान सभा चुनाव के प्रचार अभियान में उपस्थित नहीं हो सकेंगे।
गौरतलब है कि बीते साल हुए लोकसभा चुनावों में भी लालू यादव ने चुनाव प्रचार अभियान में हिस्सा नहीं लिया था। लेकिन फिर भी उनके छोटे बेटे तेजस्वी यादव ने सारा ज़िम्मा अपने कंधों पर उठाया। कोर्ट द्वारा लिए गए फैसले के बाद लग रहा है कि इस बार भी तेजस्वी को ही पार्टी की पूरी ज़िम्मेदारियां उठानी पड़ेगी। बताया जा रहा है कि लालू ने पहला चुनाव साल 1977 में लड़ा, जिसमें उन्होंने जीत हासिल की। उसके बाद साल 1990 में वो मुख्यमंत्री चुनाव जीत कर बिहार के मुख्यमंत्री बन गए।