उत्तराखंडबदलेगा मौसम का मिजाज, जारी किया येलो और ऑरेंज अलर्टBy Content Editor - May 21, 2023091ShareWhatsAppFacebookTwitterPinterestLinkedinEmailPrintTelegramCopy URL देहरादून : उत्तराखंड में आने वाले तीन दिन बाद एक बार फिर मौसम (weather uttarakhand) करवट बदल सकता है। मौसम विभाग ने 24 मई को प्रदेश में बारिश, ओलावृष्टि की संभावना जताई है। IMD ने कहा कि इस दौरान मैदानी इलाकों में 50 से 60 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चल सकती हैं। मौसम विभाग ने इसको देखते हुए येलो और ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।यहां देखें अपडेट : https://mausam.imd.gov.in/dehradun/mcdata/DISTRICT_FORECAST.pdfमौसम विभाग (weather chardham) की मानें तो 23 मई प्रदेशभर में तेज गर्जन के साथ आकाशीय बिजली चमक सकती है। साथ ही 30-40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से झोंकेदार हवाएं भी चल सकती हैं। इसके लिए येला अलर्ट जारी किया गया है। 24 मई के लिए ऑरेंज अलर्ट किया गया है। मौसम विभाग की मानें तो प्रदेश में कहीं’कहीं तेज गर्जना के साथ ही आकाशीय बिजली चकने का अनुमान है। औलावृष्टि के साथ ही 50-60 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चल सकती हैं, जिनकी रफ्तार 70 किलोमीटर प्रति घंटे तक बढ़ सकती है। 25 मई के लिए भी ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। मौसम के अलर्ट को देखते हुए मौसम विभाग ने किसानों और चारधाम तीर्थ यात्रियों के लिए एडवाजरी जारी की है। तीर्थ यात्रियों को मौसम का पूर्वानुमान देखकर ही यात्रा पर आने का प्लान बनाने को कहा गया है।मौसम विभाग की सलाह ओलावृष्टि वृक्षारोपण, बागवानी और खड़ी फसलों को नुकसान पंहुचा सकती है।खुले स्थानों पर ओलावृष्टि से लोग और मवेशी घायल हो सकते हैं ।कहीं-कहीं बिजली गिरने से जान-माल की हानि हो सकती है।झक्कड़ से कच्चे/असुरक्षित मकानों में हल्के से मध्यम नुकसान होना हो सकता है।पेड़ों के जड़ से उखड़ने व शाखाओं के टूटने का ख़तरा भी बना रहता है।ओलावृष्टि/झक्कड़ से खुले में खड़े वाहन को क्षति पहुंच सकती है।झक्कड़ से फसलों को भी नुक्सान हो सकता है।कटी हुई उपज (यदि खेत में हो) को सुरक्षित स्थान पर रखें । लोगो को सलाह दी जाती है कि वे गर्जन/ओलावृष्टि/झक्कड़ के समय सुरक्षित स्थानों/पक्के मकानों में रहें, पेड़ो के नीचे और आस-पास ना रहें।गर्जन/आकाशीय बिजली के दौरान बिजली का संचालन करने वाली सभी वस्तुओं से दूर रहें। गर्जन/आकाशीय बिजली/ओलावृष्टि/ झक्कड़ के दौरान जानवरों को बाहर न बांधें । लोगो को सलाह दी जाती है कि वे अपने वाहन को सुरक्षित स्थानों में रखें।