देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव के करीब आते ही सियासी हलचल बढ़ने लगी है। इस बीच चुनाव से जुड़ी कई खबरें सामने आ रही हैं। पहले तो भाजपा में फेरबदल को लेकर काफी अफवाहें सामने आई। जिसके बाद अब मायावती की पार्टी में फेरबदल की खबरें सामने आ रही हैं। जानकारों की माने तो बीते मंगलवार को बहुजन समाज पार्टी के करीब 9 बागियों ने राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से मुलाकात की है। जिसके बाद से ही सभी बागियों के पार्टी में शामिल होने की संभावना जताई जा रही है।
हालांकि कुछ बागी विधायकों ने इस बात से साफ इंकार कर दिया है। बागियों की मांग है कि उनको सदन में ‘अलग पार्टी’ की पहचान चाहिए। खबर है कि बीएसपी के करीब 12 बागी विधायकों ने इस चीज की मांग की है। उन्होंने इस संबंध में विधानसभा स्पीकर को एक याचिका सौंपी है। इस याचिका में उनकी मांग है कि उन्हें सदन में एक अलग पार्टी’ की पहचान देना चाहिए। ऐसे में सूत्रों का कहना है कि “नेता उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के कुछ महीनों पहले ही दल बदलकर सपा में शामिल हो जाएंगे।”
बता दें कि सदन में बसपा के पास 18 विधायक थे। जिसमें से 9 विधायकों को मायावती ने पार्टी से बाहर कर दिया। जिसके बाद इनमें से कुछ विधायकों ने समाजवादी पार्टी को ज्वाइन कर लिया। वहीं कुछ विधायक ऐसे भी थे जिन्होंने सपा में जाने से साफ इंकार कर दिया। जानकारी के मुताबिक बीते से बीएसपी के पांच विधायकों ने अखलेश यादव का दामन थाम लिया था। इनमें असलम चौदरी, असलम रैनी, मुज्तबा सिद्दीकी, हकम लाल बिंद और गोविंद जाटव का नाम शामिल है।