इंदिरा हृदयेश की अचानक मौत से हैरान हुआ हर कोई, रात में देखी फिल्म और फिर…

0
81

उत्तराखंड के कद्दावर नेताओं में शुमार और कुमाऊं की आयरन लेडी के रूप में विख्यात डॉ. इंदिरा हृदयेश का अचानक निधन हो गया है। जिससे हर कोई हैरान हैं। बता दें कि उन्होंने 1962 में समाजसेवा का व्रत लेकर राजनीति में प्रवेश किया और उत्तराखंड की राजनीति के शिखर तक पहुंचीं। उनके बेटे सुमित हृदयेश ने उनके निधन की खबर दी। उन्होंने बताया कि रात तक वह बिकुल ठीक थीं। उन्होंने रात को अमिताभ बच्चन और ऋषि कपूर की फिल्म भी देखी थी। उन्होंने बताया कि इंदिरा हृदयेश की तबीयत अचानक बिगड़ी और जब सुबह सब उठे तो उनको मृत पाया गया।

इंदिरा हृदयेश के बेटे ने कहा कि “रात चार बजे उन्हें उल्टी हुई। बाद में  उन्होंने अपने केयर टेकर से कहा कि वह ठीक हैं। सुबह जल्दी उठा देना। फिर वह उठ नहीं सकी। डॉक्टरों ने जांच के बाद उन्हें मृत घोषित कर दिया।” इसके साथ ही उन्होंने बताया कि निधन से एक दिन पहले इंदिरा हृदयेश ने करीब पांच घंटे तक प्रदेश प्रभारी के साथ बातें करतीं रहीं थीं। उनके बेटे सुमित हृदयेश ने बताया कि “उन्होंने डिनर भी देर से किया था। उनके केयर टेकर ने सुबह करीब साढ़े दस बजे उन्हें उठाने की कोशिश की लेकिन वह उठ नहीं सकी। इसके बाद मां जी के पीआरओ अभिनव का फोन उनके पास आया कि वह कोई रिस्पांस नहीं कर रही हैं।”

बता दें कि इंदिरा का परिवार 1910 में पीलीभीत आकर बस गया। उनके पिता पंडित टीकाराम पाठक आजादी की लड़ाई के महानायकों में एक थे। उन्होंने महात्मा गांधी के नेतृत्व में स्वतंत्रता आंदोलन में शिरकत की और गांधी जी के साथ दांडी मार्च में भाग लेकर कई पदयात्राएं कीं।