- राजनीतिक षड्यंत्र से दानीदाता की भावनाओं का अपमान किया जा रहा।
केदारनाथ: केदारनाथ धाम गर्भगृह स्वर्ण मंडित मामले में हुए विवाद के बाद श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने वीडियो जारी कर पूरे मामले को गलत बताया है। उन्होंने कहा कि यह धाम की प्रतिष्ठा तो ठेस पहुंचाने के लिए किया जा रहा है।
बीकेटीसी अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने कहा है कि श्री केदारनाथ में श्रद्दालुओं की संख्या में आशातीत वृद्धि हुई है। यात्रा में खलल डालने और सनातन धर्म की आस्था पर ठेंस पहुंचाने के लिए राजनीतिक षड्यंत्र के तहत दानीदाता की मंशा पर सवाल उठाया जा रहा है। गर्भगृह में लगे सोने को पीतल बताया जा रहा है, जा दुर्भाग्यपूर्ण है।
बीकेटीसी अध्यक्ष अजेंद्र ने कांग्रेसऔर अखिलेश यादव को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि श्री केदारनाथ मंदिर गर्भगृह में लगी सोने की प्लेटों को पीतल बताने वाले बयानों की कड़ी आलोचना की है। उन्होंने कहा कि ये लोग भगवान को अपमान करने पर तुले हैं।
उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र के एक दानीदाता जिन्होंने 2005 में श्री बदरीनाथ धाम में स्वर्ण सिंहासन चढाया था। उन्होंने इच्छा जताई थी कि बिना किसी शर्त तथा निश्चल-पावन भावना से वह श्री केदारनाथ मंदिर के गर्भ गृह को स्वर्ण मंडित करना चाहते थे।
श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति की बोर्ड बैठक में इस संबंध में प्रस्ताव मुहर लगी थी और भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग की देखरेख में निर्धारित प्रक्रिया से दानीदाता के स्वर्णकारों ने गर्भ गृह को स्वर्ण मंडित कराया।
इसके एवज में दानी दाता ने न ही आयकर छूट संबंधी 80-जी सर्टिफिकेट की मांग की औ ना ही अपने नाम की कहीं उल्लेख की शर्त रखी। बीकेटीसी अध्यक्ष अजेंद्र ने कहा कि दानीदाताओं की भावनाओं का इस तरह अपमान होता रहा तो तीर्थों में दान सहयोग तथा इंफ्रास्ट्रक्चर विकास हेतु कोई भी आगे नहीं आयेगा।