हरिद्वार : पासपोर्ट और वीजा के बगैर अवैध रूप से अपने तीन बच्चों के साथ रानीपुर कोतवाली क्षेत्र के गांव में रह रही एक बांग्लादेशी महिला को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। यह महिला पिछले दिनों यूपी एटीएस की टीम द्वारा हरिद्वार से गिरफ्तार आतंकी अली नूर की पत्नी है।
महिला हरिद्वार में कूड़ा बीनने का कार्य कर रही थी। उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। महिला और बच्चों को कोर्ट में पेश किया गया है। सवाल यह है कि जब आतंकी की गिरफ्तारी पहले ही हो चुकी थी फिर उसकी पत्नी की गिरफ्तारी में इतने दिन क्यों लग गए। पुलिस की सतर्कता पर पहले भी सवाल उठे थे जब आतंकी की गिरफ्तारी हुई थी।
हरिद्वार के पिरान कलियर में पहले भी कई बार बांग्लादेशी नागरिक गिरफ्तार हो चुके हैं। मुकदमा दर्ज होने के बाद पुलिस और एलआईयू की टीम उन्हें सीमा पार छोड़कर आती है। कुछ बांग्लादेशी नागरिक फिर से सीमा पार कर भारत पहुंच जाते हैं। रानीपुर कोतवाली क्षेत्र में सामने आया है। एसपी सिटी स्वतंत्र कुमार सिंह ने बताया कि एलआईयू को रानीपुर कोतवाली क्षेत्र के दादूपुर गांव में एक बांग्लादेशी महिला के अवैध रूप से रहने की सूचना मिली थी।
छानबीन करने के बाद पुलिस ने महिला के तीन बच्चों सहित महिला को भी गिरफ्तार कर लिया है। पूछताछ में महिला ने अपना नाम रहीमा पत्नी अली नूर उर्फ जावाद निवासी ग्राम हिरन थाना कोटालियारा जिला गोपालगंज बांग्लादेश बताया है। वह कूड़ा बीनने का काम कर रही थी। महिला के खिलाफ विदेशी अधिनियम व अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। महिला और उसके बच्चों को कोर्ट में पेश किया गया है।
पिछले दिनों उत्तर प्रदेश की एटीएस ने आतंकी संगठन अलकायदा इंडियन सब काटिंनेंट तथा सहयोगी जमात उल मुजाहिदीन बांग्लादेश के आठ आतंकियों को गिरफ्तार किया था। इन आतंकियों में एक आतंकी रुड़की अंतर्गत नगला इमरती गांव का रहने वाला था। इसका का नाम मुदस्सिर था।
आरोपी को बांग्लादेशी कामिल अलीनूर के साथ रूपेड़ी नेपाल बार्डर से उत्तर प्रदेश एटीएस ने गिरफ्तार किया था। मुदस्सिर आतंकी गतिविधियों में शामिल था। मुदस्सिर ने बांग्लादेशी कामिल अलीनूर एवं तल्हा को सलेमपुर हरिद्वार में शरण दी थी।