इन दिनों हममें से क़रीब-क़रीब सभी मोबाइल या कम्प्यूटर या TV स्क्रीन से ज़्यादा सम्पर्क में रहते हैं। जहाँ हम इसमें तरह-तरह की एक्टिविटी में व्यस्त रहते हैं वहीं हम भूल जाते हैं पलकें झपकाना और इस तरह पूरी तरह आँखें खुली रखने के कारण आँखें थक जाती हैं और कई बार आँखों की प्राकृतिक नमी भी खोने लगती है जिससे आँखों में खुजली या पानी आने की समस्या होने लगती है। इसके लिए हम आज आपको एक साधारण उपाय बताने वाले हैं। अगर आपको ये तकलीफ़ है तो आपको राहत मिलेगी और अगर नहीं है तो आगे कभी नहीं होगी।
अगर आँखों में खुजली हो रही हो तो रातभर पानी में तुलसी की कुछ पत्तियाँ धोकर भिगा दें और सुबह पत्तियाँ हटाकर इस पानी से आँखें धो लें। इसके अलावा अगर आप चाहें तो गुलाबजल भी डाल सकते हैं, दोनों आखों में गुलाबजल की दो-दो बूँद टपकाएँ, इससे आपकी आँखें तो जलेगी लेकिन जल्द ही आपकी आँखों में होने वाली जलन और दर्द दूर हो जाएगा।
आँखों को रात भर भीगाए तरफल के जल से धोना भी एक अच्छा उपाय माना जाता है इससे न सिर्फ़ खुजली और खुश्क़ी मिलेगी बल्कि आँखों की रोशनी भी तेज़ होगी। इसके अलावा काम के बीच-बीच में आखें बंद करने की आदत डालें। बीच-बीच में कई बार पलकों को झपकाएँ। इसी तरह हथेली से आँखों को ढाँक कर कुछ देर अंधेरे का अनुभव करें और बाद में हथेली हटाकर आँखों को धीरे-धीरे खोलें। इससे आपकी आँखों को कुछ देर की राहत मिलेगी।
अगर आँखों में बहुत जलन हो तो पानी में भीगकर रुई के फ़ाहे आँखों की पुतलियों में रख लें इससे धीरे-धीरे आँखों को राहत मिलेगी। अगर चाहें तो रुई के फ़ाहे की जगह खीरे का टुकड़ा भी रख सकते हैं। इससे आँखों को ठंडक मिलती है और आँखों की जलन, खुजली आदि से राहत मिलती है।