सिर्फ 6 महीने की ट्रेनिंग के बाद 94 साल की इस महिला ने जीता गोल्ड, पोते से ली थी प्रेरणा…

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कहा जाता है कि कुछ सीखने की कोई उम्र नहीं होती इंसान जब चाहे कुछ नया सीख सकता है। इस बात का यकीन हरियाणा की रहने वाली भगवानी देवी ने अपनी मेहनत से दिलवा दिया है। बता दें कि उन्होंने 94 साल की उम्र में बड़ा नाम हासिल किया है। उन्होंने वर्ल्ड मास्टर्स एथलेटिक्स चैंपियनशिप में एक गोल्ड सहित 3 मेडल जीत भारत का नाम रोशन कर दिया है। ये महत्वपूर्ण इसलिए है क्योंकि उन्होंने इतना सब कुछ सिर्फ 6 महीनों की ट्रेनिंग की मदद से किया है। गोरतलब हैं कि भगवानी देवी पैरा एथलीट विकास डागर की दादी हैं।

जिस तरह से विकास ने भारत का नाम रोशन किया, उससे इंस्पायर होकर भगवानी देवी ने भी इस रह पर चलने का फैसला किया और केवल 6 महीने की ट्रेनिंग के बाद इतना मुकाम को हासिल किया। बता दें कि उन्होंने 100 मीटर स्प्रिंट में गोल्ड मेडल जीता। इसके अलावा शॉट पुट और डिस्कस थ्रो में ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया। हैरानी की बात तो यह है कि वह अपनी इस कमियाबी से खुश नहीं हैं। उनका मानना है कि वह और अच्छा कर सकती थीं और शॉट पुट और डिस्कस थ्रो में भी गोल्ड जीत सकती थीं।

इसको लेकर उनका कहना है कि “मैंने स्टेट और नेशनल चैंपियनशिप में 3 गोल्ड मेडल जीते थे। ऐसे में मैं ब्रॉन्ज मेडल जीतकर अधिक खुश नहीं हूं।” बता दें कि उनका जीवन काफी संघर्ष भरा रहा है। 29 साल की उम्र में उन्होंने अपनी पति को खो दिया था। उस दौरान वह गर्भवती थीं, इसके बाद भी उन्होंने अपने बच्चों की अकेले ही परवरिश की। दूसरा सदमा उनको तब लगा जब उनकी 11 साल की बेटी ने दुनिया को अलविदा कह दिया। सिर्फ इतना ही नहीं बल्कि साल 2007 में उनकी बायपास सर्जरी भी हुई।

इतना सब कुछ सहने के बाद भी उन्होंने आज तक कभी हार नहीं मानी। वह जिंदगी भर लड़ती रहीं, और आखिर में उन्होंने अपने पोते की तरह देश के लिए लड़ने का फैसला किया। अब वह दुनिया भर में प्रसिद्ध हो चुकी हैं। बता दें कि वह अब वर्ल्ड मास्टर्स एथलेटिक्स इंडोर चैंपियनशिप के लिए खुद को तैयार करने वाली हैं। ये कंपटीशन अगले साल पाेलैंड में होने वाला है।