पी एम सी घोटाले में हुई गिरफ़्तारी, भाजपा के पूर्व विधायक के..

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PMC Bank

पंजाब एंड महाराष्ट्र को ऑपरेटिव बैंक (पीएमसी) घोटाले मामले की वजह से इसके खातेदार अपनी ही मेहनत के पैसों के लिए तरस गए हैं। अभी हाल ही में पीएमसी बैंक के एक खातेदार की इलाज की कमी की वजह से मृत्यु हो गई। हालांकि, उनके खाते में लाखों रुपए जमा थे, पर उनके कोई काम ना आ सके। अब तक आठ खातेदार पीएनबी घोटाले की वजह से अपनी जान गवां चुके हैं।

अब इस मामले में पीएमसी बैंक के एक पूर्व निदेशक रंजीत सिंह को गिरिफ़्तार किया गया है। रंजीत सिंह को मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने गिरिफ़्तार किया है। बता दें कि रंजीत सिंह बीजेपी के पूर्व विधायक तारा सिंह के बेटे हैं। पीएमसी बैंक घोटाले के मामले पर पीएमसी बैंक के पूर्व निदेशक रंजीत सिंह का कहना है कि वह बैंक के रोज़मर्रा की गतिविधियों में शामिल नहीं रहते हैं। और बैंक ने किसे-किसे लोन दिया, इसकी उन्हें कोई जानकारी नहीं है।

उल्लेखनीय, है कि पीएमसी बैंक उस समय संकट में आ गया, जब बैंक से क़र्ज़ लेने वाली हाउसिंग डेवलपमेंट एंड इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड (एचडीआईएल) ने ख़ुद को दिवालिया घोषित कर दिया। बैंक द्वारा दिए गए कुल क़र्ज़ का 73 फ़ीसदी हिस्सा अकेले एचडीआईएल को दिया गया था। और जांचकर्ताओं ने पाया कि रियलिटी ग्रुप एचडीआईएल को दिए गए दिए गए ऋण पर उनके जवाब असंतोषजनक और विश्वास करने लायक नहीं हैं।

एचडीआईएल यह रक़म वापस करने में नाक़ाम रहा था। पीएमसी के पूर्व निदेशक होने के साथ-साथ रंजीत सिंह ऋण वसूली कमेटी के सदस्य भी हैं। और अपने पिता की तरह बीजेपी से जुड़े भी हुए हैं। इसके अलावा पीएमसीबैंक मामले में बैंड के दो निर्देशक परमीत सोढ़ी और सुरजीत सिंह नारंग की अग्रिम जमानत याचिका खारिज कर दी गई है और अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश एस.टी सूर ने याचिका ख़ारिज करते हुए कहा कि उन दोनों को हिरासत में लेकर पूछताछ करना आवश्यक है।