कई राज्यों की सरकार पर भाजपा भारी पड़ती नजर आ रही है। पिछले कुछ दिनों पहले ही देखा गया था कि राज्यसभा चुनाव में किस तरह महाराष्ट्र सरकार को हार का सामना करना पड़ा था। लेकिन अब फिर एक बार भाजपा की चुनाव रणनीति की वजह से महाराष्ट्र सरकार को हार का सामना करना पड़ सकता है। इस दौरान उद्धव ठाकरे की शिवसेना सतर्क हो गई है और चुनाव को जीतने की तैयारियों में जुट गई है। सिर्फ शिवसेना ही नहीं बल्कि उनके समर्थक दल, एनसीपी और कांग्रेस भी चुनाव रणनीति बनाने में लग चुके हैं।
दरअसल, सोमवार को महाराष्ट्र विधान परिषद (एमएलसी) चुनाव होने हैं। इस चुनाव को जीतने के लिए शिवसेना एड़ी से चोटी तक का जोर लगा देगी। आपको बता दें कि इस बार महाराष्ट्र विधान परिषद की 10 सीटों के लिए कुल 11 उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं। इनमें शिवसेना और कांग्रेस ने मिलकर 4 उम्मीदवारों को मैदान में उतारने का फैसला किया है। जबकि बीजेपी पांच उम्मीदवारों को मैदान में उतारने को तैयार है। ऐसे में माना जा रहा है कि भाजपा के 9 उम्मीदवारों को आसानी से जीत मिल जाएगी।
इसके साथ ही आखरी सीट पर भी कांग्रेस के मुंबई अध्यक्ष भाई जगताप और बीजेपी के प्रसाद लाड के बीच जबरदस्त टक्कर होने की संभावना है। जिसके चलते उद्धव ठाकरे की परेशानियां और भी ज्यादा बढ़ चुकी हैं। अगर इस दौरान निर्दलीय विधायकों का समर्थन भाजपा को मिल जाता है तो इस सीट पर भी भाजपा की जीत पक्की है। कुछ दिनों पहले हुए राज्यसभा चुनाव को लेकर उद्धव ठाकरे ने एक बयान भी जारी किया। उन्होंने कहा कि “राज्यसभा चुनाव में हार दुर्भाग्यपूर्ण थी। राज्यसभा चुनाव में शिवसेना के वोट नहीं बंटे थे। हमें अंदाजा है कि क्या गलत हुआ। एमएलसी चुनाव दिखाएगा कि हमारे बीच कोई फूट नहीं है।”