पिछले कई दिनों से संसद में पेगासस जासूसी का मुद्दा चल रहा है। साथ ही में कई और भी मुद्दे विपक्ष द्वारा संसद में उठाए जा रहे हैं। बता दें कि आज इस मुद्दे को लेकर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल के नेतृत्व में एक बैठक हुई। इस बैठक में कई और दलों के नेता भी शामिल हुए। जानकारी के मुताबिक राहुल गांधी की इस बैठक में कांग्रेस, एनसीपी, शिवसेना, राष्ट्रीय जनता दल, समाजवादी पार्टी, माकपा, भाकपा, आईयूएमएल, आरएसपी, केसीएम, जेएमएम, नेशनल कांफ्रेंस, तृणमूल कांग्रेस और एलजेडी के नेताओं ने हिस्सा लिया।
इस दौरान मोदी सरकार की नाकामी पर जम कर हमला बोला गया। बता दें कि इस बीच कोरोना वायरस, किसान आंदोलन और बढ़ती मंहगाई के मुद्दे पर भी चर्चा हुई। देश में बढ़ती महंगाई खासकर ईंधन की कीमतों में हो रही लगातार वृद्धि के विरोध में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी समेत कई सांसद मंगलवार को साइकिल पर सवारी करके संसद पहुंचे। इस दौरान राहुल गांधी ने कहा कि “साइकिल से संसद पहुंचकर हम हम इस मुदे पर सरकार का ध्यान आकर्षित कर सकते हैं।”
गौरतलब हैं कि राहुल गांधी की इस ब्रेकफास्ट मीटिंग में आम आदमी पार्टी ने हिस्सा नहीं लिया। लेकिन इस बीच केजरीवाल सरकार के नेता संजय सिंह ने कहा कि “बैठक में जाना या नहीं जाना महत्वपूर्ण नहीं। संसद में जब भी चर्चा होगी, हम किसानों के साथ और जासूसी के खिलाफ खड़े हैं।” बताते चलें कि पीएम मोदी के सहयोगी भी पेगासस जासूसी के खिलाफ हैं। बीजेपी सहयोगी और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पहले ही इस मुद्दे के खिलाफ अपना बयान जारी कर चुके हैं। नीतीश कुमार का कहना है कि पेगासस जासूसी कांड की जांच सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में कराई जाए।