भारत की राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में चल रहीं मेट्रो दिल्ली एनसीआर के लाखों लोगों के लिए एक ज़रूरत बन गयी है। वहीं दिल्ली मेट्रो में एक बहुत अहम तब’दीली होने जा रही है। इस बदला’व के बाद सभी यात्री डेबिट और क्रेडिट कार्ड से पेमेंट करके मेट्रो ट्रेनों में सफर कर सकेंगे। इस बद’लाव के साथ लोगों को मेट्रो कार्ड रखने से भी छुट’कारा मिल जाएगा। आधुनिक सेवाओं से लैस होने की कड़ी में दिल्ली मेट्रो रेल निगम (Delhi Metro Rail Corporation) ऑटोमैटिक फेयर कलेक्शन सिस्टम (Automatic fair collection system) को अपग्रेड करने की कवायद में जुट गया है। DMRC द्वारा इसके लिए टेंडर भी जारी कर दिया गया है। इस टेंडर के पूरा होते ही सभी यात्री मेट्रो में सफर करने के लिए डेबिट और क्रेडिट से भी पेमेंट कर सकेंगे। यह सुविधा उन यात्रियों के लिए बेहद मुफीद है, जो डेबिट या क्रेडिट कार्ट से भुगतान को तरजीह देते हैं।
ये काम दो साल से भी कम समय के अंदर ये काम करने लगेगा। टिकटिंग मशीन को भी पीओएस मशीन के साथ इंटीग्रेट किया जाएगा, जिससे स्मार्ट कार्ड को डेबिट और क्रेडिट कार्ड से रिचार्ज कराने में भी आसानी होगी। ये सुविधा मिलने के बाद लोगों को मेट्रो कार्ड रखने से भी छुट’कारा मिल जाएगा। इसके साथ ही सभी यात्री किराए का भुगतान डेबिट और क्रेडिट कार्ड से आसानी से कर सकेंगे। आजकल ज़्यादा तर लोग बिल पेमेंट के लिए क्रेडिट और डेबिट कार्ड का ही इस्तेमाल करते हैं। दिल्ली मेट्रो ने मेट्रो नेटवर्क किराए के मद्देनजर 32 जोन बनाए गए हैं, इसे बढ़ाकर 64 किया जाएगा।
दिल्ली मेट्रो द्वारा अब पुराने आटोमैटिक फेयर कलेक्शन गेट को भी बदला जा रहा है। तकरीबन 600 एएफसी गेट बदले जा रहा है। दिल्ली मेट्रो के अंदर सबसे ज़्यादा एएफसी गेट वाले स्टेशन नई दिल्ली और चांदनी चौक हैं, उन जगहों पर 44 एएफसी गेट लगे हुए हैं। यहां पर भी लोगों को आधुनिक सेवाएं हासिल होंगी। दिल्ली मेट्रो रेल निगम द्वारा ये काम लोगों को भविष्य में आसानी करने के लिए किया जा रहा है। यही वजह है कि, मेट्रो फेज चार के 3 कॉरिडोर के मद्देनजर ऑटोमैटिक फेयर कलेक्शन सिस्टम को अपग्रेड किया जा रहा है और इस बात की भी खबर मिली है कि, इसे प्वाइंट ऑफ सेल (Point of sale) के साथ इंटीग्रेट करने की तैयारी है।