अरुण गवली के गढ़ में एजाज़ ख़ान ने लूटा समा, फूलों से हुआ..

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फ़िल्म अभिनेता एजाज़ खान यूँ तो हमेशा सुर्ख़ियों में बने रहते हैं लेकिन इस बार महाराष्ट्र में हो रहे विधान सभा चुनाव में हर रोज़ एजाज़ किसी ना किसी वजह से चर्चा में बने हुए हैं. लेकिन इस बार उनके चर्चा में रहने की वजह उनके विवादित बयान नही बल्कि उनकी राजनीतिक सरगर्मियों से है. जी हाँ एजाज़ खान ने महाराष्ट्र में होने वाले इस विधान सभा चुनाव में अभिनेता से नेता बनने की ठान ली है.

एजाज़ खान ने अपने राजनीतिक सफ़र की शुरूआत मुम्ब्रा कलवा से करनी चाही थी और AIMIM चीफ़ असदुद्दीन ओवैसी से टिकट माँगा था लेकिन ऐन मौक़े पर असदुद्दीन ओवैसी ने मुम्ब्रा विधानसभा से एजाज़ को टिकट ना देकर किसी और को दे दिया जिससे एजाज़ खान ने बग़ावत का बिगुल बजाते हुए भायखला विधान सभा से निर्दल प्रत्याशी के रूप में ताल ठोक दी.

बता दें कि जिस दिन से एजाज़ ने भयखला से चुनाव लड़ने का एलान किया उसी दिन से राजनीतिक पारा पूरी तरह से गरम तो हुआ ही साथ ही एजाज़ के मैदान में आते ही सारे समीकरण ध्वस्त हो गए और लड़ाई अब त्रिकोड़ी होती दिख रही है. आज जब एजाज़ खान अपने लिए वोट माँगने भयखला की सड़कों पर उतरे तो हज़ारों की संख्या में लोगों की मौजूदगी ने एक नई चर्चा को जन्म दे दिया.

मज़ेदार बात ते रही की एजाज़ खान खुली गाड़ी से अपना प्रचार प्रसार करते और जनता से मिलते हुए माफिया डॉन अरुण गवली के गढ़ कहे जाने वाले ड़गड़ी चाल में पहुँचे तो वहाँ जो नज़ारा दिखा वो बेहद चौंकाने वाला था. दरअसल हुआ ये की जब एजाज़ खान ड़गड़ी चाल पहुँचे तो वहाँ की ऊँची ऊँची बिल्डिंगों की छतों से मर्द औरत और बच्चे एजाज़ खान पर फूलों की बारिश करने लगे ये सिलसिला लगातार चलता रहा जिससे एजाज़ खान भी दोगुना जोश में दिखाई दिए. चर्चा है कि जिस तरह एजाज़ खान को सुनने,उनसे हाथ मिलाने और सेल्फ़ी लेने की होड़ जनता में दिख रही है उससे विरोधी पार्टियों के उम्मीदवारों की भी नज़र एजाज़ खान पर टिकी हुई है