देशभर में कोरोना वाय’रस का क’हर बढ़ता ही जा रहा है। सभी राज्यों की सरकारें इस वाय’रस की रोकथाम में लगी हुई हैं। वहीं दिल्ली सरकार ने भी इसको रोकने के लिए बड़ा फ़ैस’ला लिया है। दिल्ली सरकार ने भी 31 मार्च तक लॉकडाउन करने को कहा है। साथ ही दिल्ली सरकार ने 1 मार्च 2020 के बाद विदेश से लौटे 35 हज़ार लोगों की पहचान की है, जो अब दिल्ली में रह रहे है। दिल्ली सरकार ने अधिकारियों को आदेश दिया कि वह इस बात को सुनिश्चित करें कि वह 14 दिन के होम क्वारेंटाइन में हों, साथ ही उन लोगों को भी क्वारेंटाइन होना भी जरूरी है जो इन लोगों के संपर्क में आए हैं। सरकार ने कहा है कि जो भी व्यक्ति वाय’रस से संक्रमित होगा उसको आइसोलेशन में रहना पड़ेगा और उसको डॉक्टर के डिस्चार्ज के बाद ही इसे छुट्टी मिल सकती है।
इस वाय’रस को फैलने से रोकने के लिए दिल्ली सरकार ने सभी बॉर्डर भी सील कर दिए हैं। जिसके कार’ण जो सामान दिल्ली में आया नहीं है वह बॉर्डर पर ही रहेगा। लेकिन जो सामान ज़रूरी है उसको दिल्ली में दाखिल होने दिया जाएगा। बता दें कि लॉकडाउन में दिल्ली की सारी सेवाएं बंद की जा चुकी हैं। ना कोई उड़ान भारी जा रही है और ना ही कोई फ्लाइट दिल्ली में लैंड हो रही है। इसके साथ रेलवे, मेट्रो जैसी सेवाएं भी बंद हैं। यहां तक कि इस लॉकडाउन के दौरान दिल्ली में कोई कनेक्शन का भी काम नहीं होगा।
इसके साथ साथ दिल्ली के सभी स्कूल, कॉलेज, शॉपिंग मॉल, रेस्तरां, यहां तक कि मंदिर और मस्जिद भी बंद हैं। साथ ही प्राइवेट ऑफिस भी बंद रहेंगे लेकिन इसके कार’ण कर्मचारियों का वेतन नहीं रोका जाएगा। साथ ही दिल्ली सरकार ने यह भी साफ साफ कहा है कि जो शख्स इन आदेशों का पालन नहीं करेगा उसके खि’लाफ कड़ी कार्रवाई भी की जाएगी। साथ ही उसकी गिरफ्तारी भी हो सकती है। बता दें कि इस वाय’रस से पूरी दुनिया में 13,050 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है।