कोरोना वाय’रस के चलते फेसबुक ने उठाए क’ड़े क़’दम, साथ ही लगाया करोड़ों पोस्ट पर वा’र्निंग लेबल..

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कोरोना वाय’रस के क’हर के चलते जहां लोग सोशल मीडिया का इस्तेमाल लोगों को जागरूक करने के लिए कर रहे हैं तो वहीं कुछ ऐसे लोग भी शामिल है जो सोशल मीडिया पर कोरोना वाय’रस से जुड़ी गलत खबरें फैला रहे हैं। जिसके चलते अब सोशल मीडिया कंपनी फेसबुक ने कोरोना वाय’रस से जुड़ी गलत खबरें और अफ’वाह पर रोक लगाने के लिए कड़े क़दम उठाए हैं। दुनियाभर में फेसबुक ने इंडिपेंडेंट फैक्ट चेकर्स के साथ मिलकर प्लेटफॉर्म पर मौजूद 4 करोड़ से ज्यादा मिसलीडिंग पोस्ट को वार्निंग दी है। साथ ही 200 करोड़ यूजर्स कोरोना वाय’रस से जागरूक करने के लिए विशव स्वास्थय संगठन दी गई जानकारी बताई है।

फेसबुक ने लोगों तक कोरोना वाय’रस से जुड़ी सही जानकारी पहुंचाने के साथ साथ गलत खबरें हटाने पर भी काम किया है। जिसकी वजह से फेसबुक ने दुनिया भर के 60 से ज्यादा फैक्ट चेकिंग ऑर्गेनाइजेशन की मदद से 50 से ज्यादा भाषाओं में पोस्ट को रिव्यू किया है। इन फैक्ट चेकिंग संस्थानों में भारत की फैक्ट चेकिंग विंग भी शामिल है। अपने ब्लॉग पोस्ट के जरिए फेसबुक ने बताया कि “फैक्ट चेकर द्वारा अगर किसी पोस्ट को फॉल्स या मिसलीडिंग रेट की जाती है तो उस पोस्ट पर एक वॉर्नं’ग लेबल लग जाता है। मार्च 2020 में ही कोरोना वाय’रस से जुड़े 40 मिलियन (4 करोड़) अफवाहों और गलत पोस्ट पर वार्निंग लेबल लगाया गया है। इसके लिए इंडिपेंडेंट फैक्ट चेकिंग पार्टनर्स के जरिए फेसबुक पर मौजूद कोरोना वाय’रस से जुड़े करीब 4,000 आर्टिकल को चेक किया गया है।”

बता दें कि फेसबुक पर जिन चार करोड़ पोस्ट पर वार्निं’ग लेबल लगाया गया है उन लोगों में से 95 प्रतिशत लोगों ने अभी तक चेक भी नहीं किया है। वार्निं’ग लेबल लगाने के साथ ही फेसबुक ने कोरोना वाय’रस से जुड़ी ग’लत जानकारियों को अपने प्लेटफॉर्म से हटा भी दिया है। फेसबुक ने कहा है कि इस वाय’रस से जुड़ी गलत जानकारियों पर वह पूरी नजर रखेगी ताकि लोगों के पास केवल सही जानकारी ही पहुंचें। बता दें कि भारत की फैक्ट चेकिंग विंग भी कोरोना वाय’रस से जुड़ी गलत जानकारियों और अफ’वाहों भरे पोस्ट पहचानने में फेसबुक की मदद कर रही है।