कोरोना काल का बच्चों की पढ़ाई पर पड़ा है बुरा असर, 70-80% पैरेंट्स का मानना है कि…

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ये बात तो सभी जानते हैं, कोरोना महामारी के दौरान दुनिया भर के देशों का भारी नुकसान हुआ। लॉकडाउन के कारण लोगों की रोजगार तक छीन गया। वहीं, दूसरी ओर बच्चों की पढ़ाई का भी काफी नुकसान हुआ। हम बात करते हैं भारत कि भारत में कोरोना की पहली लहर में बच्चों को ऐसे ही पास कर दिया गया। लेकिन फिर बच्चों की ऑनलाइन पढ़ाई शुरू की गई। लेकिन पैरेंट्स का मानना है कि ऑनलाइन पढ़ाई का बच्चों पर कोई असर नहीं पड़ा। बच्चे पढ़ाई में पहले से ज्यादा कमजोर हो गए हैं। हाल ही में नेशनल कोलेशन ऑफ एजुकेशन इमरजेंसी ने एक सर्वेक्षण किया है। जिसकी रिपोर्ट अब सामने आई है।

रिपोर्ट्स के अनुसार 70 से 80 प्रतिशत पैरेंट्स ऐसे हैं जिनका मानना है कि इतने लंबे समय से स्कूल बंद रहने के कारण बच्चों की पढ़ाई पर काफी असर पड़ा है और बच्चों की पढ़ने और लिखने की क्षमता काफी कम हो गई है। बता दें कि ये सर्वे दक्षिण के 3 राज्यों तमिनाडु, कर्नाटक और तेलंगाना में हुआ। इस सर्वे में 500 परिवारों से इस बारे में राय ली गई है। जिससे पता चलता है कि 70 से 80 प्रतिशत पैरेंट्स की एक ही राय है।

पैरेंट्स का कहना है कि “वर्णमाला भूल गए हैं और साथ ही सीखने की क्षमता भी कम हो गई है। लॉकडाउन के दौरान बच्चों की आदतें में काफी बदलाव आया है। बच्चों में ध्यान की कमी, मोबाइल फोन की लत, अनुशान की कमी, पढ़ाई-लिखाई में मन न लगना, टीवी देखने की आदत, मानसिक तनाव, खाने की आदतों में बदलाव और अकेलापन जैसी समस्या देखी जा रही है।” माना जा रहा है कि बच्चों को पढ़ाई में वापसी करना काफी मुश्किल होगा।