कांग्रेस के दो नेताओं को पार्टी ने नोटीस भेजा है। इसके कारण इन दोनों नेताओं को छह साल ले लिए पार्टी से बाहर रहना पड़ सकता है|ये दोनों नेता हैं फैसल खान लाला और मतिउर्रहमान उर्फ़ बबलू। इन्हें नोटिस भेजने की बात करें तो दरअसल हुआ यूँ कि 9 सितम्बर को समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव को रामपुर में दौरा करना था, जिसका विरोध कांग्रेस के दो नेताओं ने आजम खान के खिलाफ मोर्चा खोलकर किया था|
समाजवादी पार्टी ने मोर्चे को कांग्रेस और बीजेपी की मिलीभगत बताया है| इसके बाद कांग्रेस दोनों नेताओ के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई शुरू करते हुए पांच दिनों के अन्दर ही दोनों से जवाब मांगा है| कांग्रेस के नेता फैसल खान ने उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल को एक पत्र लिखा जिसमे रामपुर के सांसद आजम खान के समर्थन में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव द्वारा दंगा कराने की आशंका जताई थी|
कांग्रेस नेता ने आजम खान के बारे में पत्र में ये भी लिखा कि उनके खिलाफ लूट,चोरी, डकैती, भड़काऊ भाषण,भू-माफिया जैसे संगीन आरोप है| इसके आलावा भी कई संगीन धाराओं के तहत मुकदमे जनपद के कई थानों में दर्ज है| कांग्रेस ने नोटिस में कहा कि आप पार्टी का बैनर अपने निजी हित में प्रयोग करके बीजेपी के हाथो का खिलौना बनकर पार्टी के नाम का दुरुपयोग कर रहे है| कांग्रेस ने नोटिस देने का पांच दिन के अन्दर जवाब न देने पर छह साल तक के लिए निष्कासन की कार्यवाही शुरू कर दी जाएगी|