कोरोना वाय’रस को फैलने से रोकने के लिए पूरे भारत में 3 मई तक लॉकडाउन लगाया गया है। जिसके चलते भारत की अर्थव्यवस्था पर काफी प्रभा’व पड़ा है। जिसकी वजह से लोगों को राजनीति खेलने का मौका मिल गया। इसी बीच कांग्रेस पार्टी मोदी सरकार पर निशा’ना सा’धना शुरू कर दिया है। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और वरि’ष्ठ नेता राहुल गांधी ने एक बार फिर सरकार पर हमला किया है। राहुल गांधी ने केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशनभोगियों के महंगाई भत्ते में बढ़ोतरी नहीं करने के सरकार फैसले की आलोचना की है, साथ ही इसे अमानवीय और अंसवेदशील बताया है।
राहुल गांधी ने ट्वीट कर के कहा कि “लाखों करोड़ की बुलेट ट्रेन परियोजना और केंद्रीय विस्टा सौंदर्यीकर’ण परियोजना को निलंबित करने की बजाय कोरोना से जूझ कर जनता की सेवा कर रहे केंद्रीय कर्मचारियों, पेंशन भोगियों और देश के जवानों का महंगाई भत्ता काटना सरकार का असंवेदनशील तथा अमानवीय नि’र्णय है।” साथ ही उन्होंने मोदी सरकार को सलाह दी कि कर्मचारियों के भत्ते काटने के बजाए वह बुलेट ट्रेन परियोजनाओं और फिजूल खर्च पर रोक लगाए।
बता दें कि कोरोना वाय’रस जैसी महामा’री के बीच सभी सरकारी कर्मचारियों के लिए सरकार ने घो’षणा की थी कि “1 जनवरी 2020 से 1 जुलाई 2021 के बीच महंगाई भत्ते की दर को संशोधित करेगी। महंगाई भत्ते का भुगतान मौजूदा दर (17 फीसदी) से किया जाता रहेगा, और 1 जुलाई 2021 को किए जाने वाले संशोधन के समय भी डेढ़ साल की इस अवधि के बकाया का भुगतान नहीं किया जाएगा।” वित्त मंत्रालय की जानकारी के मुताबिक सरकारी कर्मचारियों को 1 जनवरी 2020 से महंगाई भत्ते और केंद्र सरकार के पेंशनभोगियों को महंगाई राहत की तहत किश्तों की अदायगी नहीं की जाएगी।