चंडीगढ़ मेयर चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने एक बार फिर बाजी मार ली। आम आदमी पार्टी से मिली कड़ी टक्कर के बाद बीजेपी नेता और पार्षद सरबजीत कौर (Sarabjit Kaur) को चंडीगढ़ का मेयर (Chandigarh Mayor) घोषित कर दिया गया है। बता दें कि आम आदमी पार्टी की अंजू कात्याल के जीतने की उम्मीद दिख रही थी। लेकिन आखिर में एक वोट की कमी से वह पीछे रह गई। गौरतलब हैं कि सरबजीत कौर और अंजू कात्याल दोनों को 28 में से 14 वोट मिले थे। लेकिन वोटों की गिनती के दौरान आम आदमी पार्टी का एक वोट खारिज कर दिया गया। जिससे भाजपा की जीत पक्की हो गई।
भाजपा के सरबजीत कौर की जीत की घोषणा होने के बाद आप ने चुनाव में धांधली का आरोप लगाते हुए सदन में जमकर हंगामा किया। भाजपा की जीत के बाद आप ने ट्वीट किया कि “लोकतंत्र की चौंकाने वाली मौत। आप के अधिक सीटें जीतने के बावजूद जिला कलेक्टर ने अवैध रूप से बीजेपी का मेयर चुना। आप के वरिष्ठ नेता उनके कार्यालय के बाहर उनका इंतजार कर रहे हैं, लेकिन उन्होंने मिलने से इनकार कर दिया है।”
वहीं, दूसरी ओर पंजाब के आप विधायक जरनैल सिंह ने भी बीजेपी पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि “बीजेपी की सीटें कम थी, इसलिए कांग्रेस पार्षद सीधे बीजेपी में शामिल करा लिए गए। उसके बाद भी, बीजेपी के पास जरूरी वोट कम पड़ गए तब उसने नौकरशाही से मदद ली। यह सही वोटों को गलत तरीके से प्रस्तुत करके लोकतंत्र की हत्या का प्रयास है।” बता दें कि शहर में 35 वार्ड हैं। नगर निगम चुनाव में इस बार आप को 14, भाजपा को 12, कांग्रेस को 8 और अकाली दल को एक सीट मिली थी। कांग्रेस की एक पार्षद हरप्रीत कौर बबला के भाजपा में चले जाने और सांसद किरण खेर के एक वोट को मिलाकर भाजपा के पास भी 14 वोट हो गए थे।