अपने ही फैसले से पलटे मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत, चारधाम यात्रा पर फिर लगाई रोक, जानें क्या रही वजह…

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देश भर में कोरोना का खतरा मंडरा रहा है। देश के हर राज्य में कोरोना के मामलों को देखते हुए सख्ती बरती जा रही है। इस बीच उत्तराखंड की भाजपा सरकार ने एक बड़ा फैसला लिया था। लेकिन अब मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत अपने फैसला से पलट गए हैं। बता दें कि हाल ही में सीएम तीरथ सिंह ने कुछ नियमों के साथ चारधाम यात्रा (Chardham Yatra) के लिए अनुमति दे दी थी। लेकिन अब उत्तराखंड हाई कोर्ट के फैसले को देखते हुए सीएम तीरथ सिंह रावत ने अपने फैसले को वापस ले लिया है और चारधाम यात्रा पर एक बार फिर रोक लगा दी है।

सोमवार को ही तीरथ सिंह रावत की सरकार ने चारधाम यात्रा के लिए नई गाइडलाइन जारी की थी। लेकिन आज हाईकोर्ट में हुई सुनवाई के बाद उन्होंने भी अपना फैसला बदलने का फैसला ले लिया। कोर्ट ने सुनवाई के दौरान राज्‍य सरकार को आधी अधूरी जानकारी देने पर जमकर फटकार लगाई। जिसके बाद राज्य सरकार ने अपना फैसला वापस ले लिया। इस दौरान कोर्ट ने राज्य सरकार के फैसलों पर सवाल उठाया। बता दें कि चारधाम यात्रा के लिए सरकार ने आरटी-पीसीआर निगेटिव रिपोर्ट हर किसी के लिए अनिवार्य कर दी थी। लेकिन कोर्ट ने उनके इस फैसले को भी गलत बताया।

कोर्ट ने कहा कि “कुम्भ में भी कोरोना जांच में फर्जीवाड़ा हुआ था। चारधाम में सेनेटाइजर और साबुन से हाथ धोने के कौन इंतजाम देखेगा।” कोर्ट ने कहा कि वह सरकार के इंतजामात से संतुष्ट नहीं है। कोर्ट के लिए श्रद्धालुओं का जीवन है महत्‍वपूर्ण है। बता दें कि सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन के मुताबिक राज्य में 2 चरणों में चारधाम यात्रा को अनुमति दे गई थी। पहला चरण 1 जुलाई से शुरू होना था और दूसरा चरण 11 जुलाई से, लेकिन अब इस आदेश पर रोक लगा दी गई है।