देहरादून: खेती-किसानी के लिए अवार्ड की जब भी बात होती है, आपको सबसे ज्यादा नाम पुरुषों के ही सुनने को मिलते हैं। जबकि, पुरुषों को मिले अवार्ड में सबसे अहम रोल महिलाओं का ही होता है। लेकिन, अब महिलाएं भी अपने काम से राष्ट्रीय स्तर पर अलग पहचान बना रही हैं। अपने काम के जरिए वो देश और दुनिया में नाम कमा रही हैं। ऐसा ही एक नाम हैं उत्तराखंड की डॉ. पूजा गौड़। उन्होंने आधुनिक और जैविक खेती के जरिए किसानों के लिए उल्लेखनीय कार्य किए हैं। लगातार किसानों के लिए काम कर रही हैं।
डॉ. पूजा गौड़ को नई दिल्ली में आयोजित कार्यक्रम के दौरान भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान और कृषि जागरण की ओर से प्रगतिशील किसान डॉ. पूजा गौड़ को मिलेनियम फार्मर ऑफ इंडिया (MFOI) नेशनल अवार्ड से सम्मानित किया गया। यह पुरस्कार उनको केंद्रीय सड़क और परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने प्रदान किया गया।
डॉ. पूजा गौड़ को यह सम्मान उनके द्वारा किसानों के कल्याण और कृषि क्षेत्र में किए जा रहे अनूठे कार्यों के लिए दिया गया। देश और विदेश से आए प्रगतिशील किसानों के इस महासम्मेलन में चुनिंदा लोगों को ही यह प्रतिष्ठित पुरस्कार दिया गया। उत्तराखंड की डॉ. गौड़ उनमें से एक थीं।
इससे पहले भी, लखनऊ में आयोजित एक समारोह में डॉ. पूजा गौड़ को उनके उल्लेखनीय कार्यों के लिए दिल्ली प्रेस की ओर से सम्मानित किया जा चुका है। पुरस्कार प्राप्त करने के बाद, डॉ. गौड़ ने कहा कि किसानों के हित में काम करना मेरी प्राथमिकता रही है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय स्तर के सम्मान मिलने से मेरी जिम्मेदारी और बढ़ जाती है। उनका कहना है कि किसानों को आधुनिक तकनीकों से जोड़ने, जैविक खेती को बढ़ावा देने और उनके उत्पादों के लिए उचित मूल्य दिलाने जैसे मुद्दों पर काम कर रही हैं।
डॉ. गौड़ ने बताया कि ऐसे महासम्मेलन में भाग लेना उनके लिए प्रेरणादायक है और इससे कृषि क्षेत्र में और अधिक कार्य करने का उत्साह मिलता है। डॉ. पूजा का मानना है कि इस तरह के कार्यक्रमों में पूरे देश से आए किसानों को अपने अनुभवों और विचारों को साझा करने का अवसर मिलता है।