गुस्से में योगी ने अखिलेश को लताड़ा, बोले : अतीक अहमद को मिट्टी में मिला देंगे…

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Yogi Adityanath

लखनऊः उत्तर प्रदेश की विधानसभा में उमेश पाल हत्याकांड की गूंज सुनाई दी। सपा के आरोपों पर योगी आदित्यनाथ गुस्से में दिखाई दिए। उन्होंने सपा को अतीक अहमद को संरक्षण देने का आरोप लगाते हुए कहा कि ये लोग चोरी और सीनाजोरी करते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि हम प्रयागराज की घटना के अपराधियों को मिट्टी में मिला देंगे। इस दौरान अखिलेश और योगी आदित्यनाथ के बीच तीखी बहस भी हो गई और दोनों एक दूसरे पर चीखते नजर आए।

CM योगी ने अखिलेश पर आरोप लगाते हुए कहा कि आप सारे अपराधियों को पालेंगे। उनका माल्यार्पण करेंगे और उसके बाद तमाशा बनाते हैं आप लोग। एक तरफ अपराधियों को प्रश्रय देंगे और दूसरी तरफ दोषारोपण करेंगे। इस पर अखिलेश ने कहा कि आप बताइए, बीएसपी से आपकी दोस्ती है। इसलिए आप उसके खिलाफ नहीं बोल रहे हैं। जवाब में अखिलेश ने कहा कि जिस अतीक अहमद के खिलाफ राजू पाल के परिवार ने केस दर्ज कराया, वह सपा का पोषित अपराधी है। उसको मिट्टी में मिला देंगे।

उन्होंने कहा कि आपको बहाना चाहिए था। ये सपा के लोग पेशेवर माफिया और अपराधियों के सरपरस्त हैं। इनके रग-रग में अपराध भरा हुआ है। इसके अलावा उन्होंने कुछ सीखा नहीं है। सारा प्रदेश यह जानता है। जिस माफिया ने यह कृत्य किया है, वह यूपी से बाहर है। सपा के सहयोग से वह बार-बार एमपी और एमएलए बना है। इलाहाबाद वेस्ट से सपा सरकार के सहयोग से एमएलए बना था।

यही नहीं, 2004 में भी वह माफिया इन्हीं लोगों के सहयोग से एमपी बना था। 2009 में उस माफिया को सांसद बनाने का कुख्यात काम इन्हीं लोगों ने किया था। यह लोग चोरी और सीनाजोरी का काम कर रहे हैं। माफिया कोई भी हो, सरकार की जीरो टॉलरेंस की नीति है। उन माफिया को मिट्टी में मिलाने का काम सरकार करेगी। चोरी और सीनाजोरी का काम नहीं चलेगा।

योगी ने आगे कहा कि प्रयागराज की घटना दुखद है। जिसने किया, उसको बख्शा नहीं जाएगा लेकिन ये पेशेवर अपराधी आखिर किसके द्वारा पाले-पोसे गए हैं। आखिर क्यों इतनी परेशानी हो रही है। उन्होंने दिनकर की कविता सुनाते हुए कहा कि यह पाप सपा का है। उत्तर प्रदेश की जनता को, 25 करोड़ की जनता को पहचान का संकट खड़ा हुआ, इ्हीं पेशेवर अपराधियों के कारण हुआ जो सत्ता पोषित होते थे। जिन्हें महिमामंडित करके ये लोग गौरवान्वित महसूस करते थे। जिनके सामने सत्ता नतमस्तक होती, सभी जानते हैं कि उनके खिलाफ जो कार्रवाई चली है, वह नजीर बनी है।