प्रधानमंत्री पद से हटने के बाद भी इमरान खान की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रहीं। या आप कहें इमरान खान खुद ही इन मुश्किलों को कम नहीं करना चाहते। ये ही वजह है कि वह उल्टे सीधे बयान दे रहे हैं। हाल ही में इमरान खान ने वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों, एक महिला न्यायाधीश, राज्य संस्थानों और नौकरशाहों को खुलेआम धमकी दी है। जिसके कारण इमरान की मुश्किलों में इजाफा हो गया है। बता दें कि उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई जा चुकी है और हो सकता है कि जल्दी ही उनको जेल भी जाना पड़े।
मिली जानकारी का अनुसार पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के खिलाफ आतंकवाद विरोधी अधिनियम के तहत मामला दर्ज करवाया गया है। इससे पहले पाकिस्तान के गृह मंत्री राणा सनाउल्लाह ने इसको लेकर एक आइडिया दिया था। उन्होंने कहा था कि “सरकार, एक रैली को संबोधित करते हुए राज्य के संस्थानों को धमकी देने और भड़काऊ बयान देने के लिए पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के खिलाफ मामला दर्ज करने पर विचार कर रही है।”
शनिवार को मीडिया द्वारा जारी एक विज्ञप्ति में कहा गया कि “ऐसा देखा गया है कि पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के अध्यक्ष इमरान खान अपने भाषणों/वक्तव्यों में सरकारी प्रतिष्ठानों पर लगातार निराधार आरोप लगा रहे हैं और उकसावे वाले बयानों के जरिए घृणास्पद भाषणों का प्रचार कर रहे हैं, जिससे कानून एवं व्यवस्था की स्थिति बनाए रखने में मुश्किल हो सकती है और इससे सार्वजनिक शांति भंग होने की आशंका है।” सूत्रों का कहना है कि इमरान खान के खिलाफ कार्रवाई करने से देश में राजनीतिक अराजकता पैदा हो सकती है।