कोरो’ना वाय’रस की इस महामा’री के बीच बिहार में विधानसभा चुना’व को करने का फैसला लिया गया। अब इन कोरो’ना के बढ़ते मामलों के बीच बिहार विधानसभा चुनावों को लेकर अफरा तफरी मच गई है। बता दें कि कोरो’ना काल के बीच निर्वाचन आयोग द्वारा बिहार सरकार को एक पत्र जारी किया गया। जिसमें उन्होंने अधिकारियों के ट्रांस’फर का निर्देश जारी किया है। नीतीश सरकार को भेजे गए इस पत्र में चुना’व आयोग ने अधिकारियों के ट्रांस’फर की बात कही है। बता दें कि उनके इस आदेश के जरिए अब बिहार में अधिकारियों के ट्रांस’फर का सिलसिला शुरू हो गया है।
उन्होंने अपने इस पत्र में नीतीश सरकार से ज़िक्र किया कि प्रदेश के किन अधिकारियों का त’बादला करना है। बता दें कि इस महामा’री के चलते भी बीडीओ, सीडीपीओ, सीओ समेत कई जिलों के एमवीआई और था’नेदारों का भी तबा’दला किया जा रहा है। चुनाव आयोग द्वारा नीतीश सरकार को भेजे गए इस पत्र से साफ जाहिर हो गया है कि बिहार में विधानसभा चुना’व दिए गए समय पर ही होंगे। इसको लेकर चुना’व आयोग ने बिहार के मुख्य सचिव को पत्र लिखा और आदेशों का पालन करने को कहा और साथ ही निष्पक्ष चुना’व कराने के लिए सरकार को तत्काल अधिकारियों का तबा’दला करने का भी आदेश दिया है।
चुना’व आयोग ने साफ तौर पर कहा है कि चुना’व से जुड़ा कोई भी अधिकारी अपने गृह जिले में पोस्टेड नहीं रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि जिले में किसी भी आधिकारी को अपनी पोस्ट पर 3 साल से ज़्यादा हो गए है या 31 अक्टूबर में होने वाला है। उन्हीं सभी को जल्दी ही वहां से हटाया जाए। इसके साथ ही साथ ही गृह जिला में किसी भी अधिकारी की नियुक्ति न हो। बता दें कि साल 2019 में लोकसभा चुना’व के दौरान आयोग की तरफ से पदस्थापित चुना’व से जुड़े सभी अधिकारियों पर उपर्युक्त दिशा-निर्देश लागू नहीं होगा। साथ ही बताया जा रहा है कि चुना’व आयोग द्वारा जारी इस आदेश के बाद जिले में तबादले के दायरे में डीएम, एडीएम, एसडीएम, बीडीओ-सीओ, कार्यपालक दंडाधिकारी के साथ-साथ दरोगा से ऊपर के तमाम अधिकारी आएंगे।